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मेले में झूला व दुकानें लगाने ने SDM और MLA को सौंपा ज्ञापन - Memorandum of swing handlers

विदिशा जिले गंजबासौदा में झूला संचालकों और मेल व्यवसायियों द्वारा एसडीएम राजेश मेहता और विधायक लीना जैन को उनका व्यवसाय शुरु कराने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है.

Vidisha
झूला संचालकों का ज्ञापन

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Published : Dec 29, 2020, 10:48 PM IST

विदिशा। जिले के गंजबासौदा में मंगलवार को झूला संचालकों और मेल व्यवसायियों द्वारा बड़ी संख्या में एकत्रित होकर एक ज्ञापन विधायक लीना जैन और एसडीएम राजेश मेहता को सौंपा गया, इस ज्ञापन में उनके द्वारा नौ महीने से बंद पड़े व्यवसाय प्रारंभ कराने की मांग की गई. ज्ञापन में उन्होंने बताया कि वे सभी मेलों में झूले व दुकानें लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण करते थे, लेकिन मार्च में लगे लॉकडाउन के कारण उनका व्यवसाय बंद हो गया.

उन्होंने बताया कि झूला न चलने से उनके सामने एक बड़ा आर्थिक संकट आन पड़ा है, जिससे उन्हें अपने परिवार का पालन पोषण करने में परेशानी हो रही है. ज्ञापन के माध्यम से सभी ने अपील की है कि जिस तरह लॉकडाउन में छूट मिलने के साथ सभी व्यवसाय प्रारंभ करा दिए गए हैं, उसी प्रकार शासन-प्रशासन उन्हे झूला व दुकानें लगाने की अनुमति दे जिससे कि वे अपने कुछ अर्थ कमाकर अपने परिवार का गुजर बसर कर सकें.

उल्लेखनीय है कि नगरपालिका परिषद द्वारा प्रतिवर्ष नगर में मेले का आयोजन किया जाता है, जो इस बार कोरोना के कारण आयोजित नहीं कराया जा रहा है. इसी के विरोध में बेरोजगार बैठे मेला व्यवसायियों ने ग्वालियर, खुरई व भापेल आदि स्थानों पर लगने वाले मेलों की तर्ज पर नगर में भी मेला लगाने की अनुमति मांगी है, ताकि वे सभी 8 माहों से बंद पड़े झूलों का संचालन कर अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें. इस दौरान व्यवसायी भी मौजूद रहे.

24 घंटे में नहीं हुई कार्रवाई तो अनशन

विधायक और एसडीएम को ज्ञापन सौंपने आए झूला संचालक व दुकान व्यवसायियों द्वारा ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि वे विगत माहों से बेरोजगार हुए बैठे हैं, अब जब लॉक डाउन में ढील मिलने के साथ सभी व्यापार एवं व्यवसाय प्रारम्भ कराए जा चुके हैं तो उन लोगों के भी कार्यों को प्रारम्भ कराए जाए, जिससे कि वे भी अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें. उन्होंने शासन-प्रशासन से 24 घंटे के अंदर मेला प्रारंभ करने की मांग की है, साथ ही मांगे न मानने पर उन्होंने अनशन पर बैठने की बात कही है.

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