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पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को कैलाश ने दी श्रद्धांजलि, भावुक होकर बोले - हमने एक बेबाक नेता खो दिया - rajshree singh

रविवार को बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को श्रद्धांजलि देने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पूर्व मंत्री के परिजनों से भी मुलाकात की.

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पुर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को श्रध्दाजंलि देने पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय, कहा - हमने एक बेबाक नेता खो दिया

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Published : Jun 13, 2021, 11:01 PM IST

विदिशा।भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय रविवार को विदिशा के सिरोंज पहुंचे. पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के निधन के बाद विजयवर्गीय उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पूर्व मंत्री परिजन से भी मुलाकात की और ढांढस बंधाया. बता दें, सिरोंज तहसील से चार बार विधायक रहे प्रदेश के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का 31 मई को कोरोना के चलते निधन हो गया था.

हमने एक बेबाक नेता खो दिया- कैलाश विजयवर्गीय

हमने एक बेबाक नेता खो दिया: कैलाश विजयवर्गीय

मीडिया से बातचीत करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि लक्ष्मीकांत जी का जाना एक रिक्तता उत्पन्न करता है, कार्यकर्ताओं की चिंता करने वाला एक बेबाक नेता हमने खो दिया. उन्होंने आगे कहा कि वह हमेशा कार्यकर्ता भाव से काम करते थे. कार्यकर्ता की चिंता करने वाला एक बहुत अच्छा भाजपा का नेता हमने खोया है. कभी-कभी उनके व्यक्तित्व के बारे में बातें होती हैं तो मन को पीड़ा होती है. उनकी स्मृति सदैव हमारे मन में रहेगी. कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व मंत्री के छोटे भाई विधायक उमाकांत शर्मा और उनकी बेटियों से भी चर्चा कर उन्हें सांत्वना दी.

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वहीं शमशाबाद विधायक राजश्री सिंह और उनके पति पूर्व विधायक रुद्रप्रताप सिंह के साथ पूर्व मंत्री के निवास पहुंची. उन्होंने कहा कि लक्ष्मीकांत जी का जाना हमारे जिले और प्रदेश के लिए बड़ी क्षति है. सरस्वती शिशु मंदिर के आचार्य से लेकर मप्र शासन के अनेक विभागों के मंत्री रहते हुए लक्ष्मीकांत जिस प्रकार बेबाक तरीके से अपनी बात रखते थे, वो अद्भुत था. प्रदेश की सेवा में उनका सर्वत्र समर्पित था. मंत्री के रूप में हर विभाग में नवाचार और जनता को शासन की योजना का अधिकाधिक लाभ कैसे मिले ये उनकी चिंता रहती थी. संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री के रूप में उन्होंने प्रदेश की संस्कृति के प्रसार के लिए अनुकरणीय कार्य किए. शिक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने महाविद्यालय औऱ शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए अभूतपूर्व कार्य किए.

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