विदिशा। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी विदिशा के मेडिकल कॉलेज में आए हुए थे. यहां उन्होंने एक निजी कार्यक्रम में सहभागिता की. कार्यक्रम के बाद कोविड-19 के पूर्व के नर्स स्टाफ ने अपने मांगों को लेकर मंत्री से बात करने की इच्छा जताई. लेकिन मंत्री जी गाड़ी में बैठकर वहां से रवाना हो गए. नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि कोरोना में हमने अपने आपको जान पर खेलकर बचाया है. लेकिन सरकार ने हमें नौकरी से निकाल दिया है. हम खुद कोरोना संक्रमित हो गए पर प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने हमारी सुनवाई नहीं की.
- सरकार ने हमारे काम का अच्छा इनाम दिया
नर्सिंग स्टाफ कीर्ति साहू ने बताया कि मैं डीएड की नर्सिंग स्टाफ हूं. कोरोना महामारी के दौरान काम कर रही थी. अप्रैल में हमारी भर्ती हुई. नवंबर तक लगातार काम किया. लेकिन सरकार हमारे बारे में कुछ नहीं सोच रही. सरकार ने हमें हमारी नौकरी से निकाल दिया है. हम स्वास्थ्य मंत्री से बात करने आए थे. लेकिन हमसे स्वास्थ्य मंत्री ने कोई बात नहीं की. हम लोगों ने विषम परिस्थितियों में काम कर के दुनिया को बचाया. सरकार ने हमें यह इनाम दिया है. हम लोगों को मध्य प्रदेश की सरकार ने भोपाल में लाठीचार्ज करावाया था.