विदिशा। कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी फैलने से दुनिया भर के देशों को चीन के साथ व्यापार संबंध रखने पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. वहीं भारत-चीन सीमा पर हुई झड़प के बाद शहीद हुए भारतीय सैनिकों के लिए देश की जनता नाराज है. चीन के विरोध में जगह-जगह पर सामानों का बहिष्कार किया जा रहा है. वहीं चीनी राष्ट्रपति शी जिंनपिंग का पुतला दहन कर चीनी उत्पादों का विरोध किया जा रहा है.
विदिशा में चीनी राष्ट्रपति का पुतला दहन, जमकर हुआ विरोध - चीनी राष्ट्रपति का पुतला दहन
लोग लगातार चीनी सामान का बहिष्कार कर रहे हैं. इसी कड़ी में विदिशा जिले में भी पुतला दहन कर चीनी उत्पादों का विरोध किया गया, लोगों को समझाइश देकर चीनी उत्पादों का बहिष्कार कर भारतीय उत्पादों का उपयोग करने के लिए कहा गया.
![विदिशा में चीनी राष्ट्रपति का पुतला दहन, जमकर हुआ विरोध effigy burnt of xi jinping](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7974784-371-7974784-1594390382735.jpg)
इसी कड़ी में लटेरी नगर पंचायत में भारतीय किसान संघ ने जयस्तंभ चौक पर चीन के राष्ट्रपति शी जिंनपिंग का पुतला दहन किया गया. इस दौरान चीनी उत्पादकों का भी जमकर विरोध किया गया. भारतीय किसान संघ के कार्यकर्ता आशीष जैन का कहना है कि लगातार क्षेत्र के लोगों को जागरुक किया जा रहा है, ताकि चीनी उत्पादों का उपयोग पूर्ण तरीके से बंद किया जा सके. साथ ही घर-घर जाकर लोगों को समझाइश दी जा रही है कि चीनी उत्पादों को बंद कर भारतीय उत्पादों का उपयोग करें. हालांकि गुस्साए लोग लगातार भारतीय और चीनी सेना के बीच हुए विवाद के बाद चीनी उत्पादों हैं.
15 और 16 जून 2020 को भारत-चीन सीमा पर हुए विवाद में भारत के 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद देश भर में चीन के खिलाफ आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है, जिसके तहत कई हिस्सों में चीनी राष्ट्रपति का पुतला दहन किया जा रहा है. चीनी समान का बहिष्कार किया जा रहा है. यही वजह है कि विदिशा में भी इसको लेकर प्रदर्शन किया गया.