विदिशा। गणेशोत्सव पर शहर समेत अंचल के अधिकांश घरों में इस साल भगवान गणेश की प्रतिमा विराजित है. ऐसे में सभी जगह सुबह और शाम भगवान गणेश की आरती गूंज रही है. पूजा-पाठ के अलावा रात में भजन-कीर्तन भी हो रहा है, जिसमें बड़ों के साथ ही बच्चे भी शामिल हो रहे हैं.
कोरोना के कारण इस बार घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा विराजित इस बार कोरोना के कारण गणेश प्रतिमाओं की स्थापना सिर्फ घरों में हुई है, लोगों ने घरों में ही बाकी के कार्यक्रम भी आयोजित करना शुरू कर दिए हैं. घर पर ही कीर्तन-भजन के कार्यक्रम स्वजन मिलकर कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में घर के छोटे-बड़े सभी ने मिलकर हिस्सा लिया. सभी ने भगवान गणेश के भजन गाए, साथ ही मनोरंजन के कार्यक्रम भी इस दौरान आयोजित किए गए.
कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष सार्वजनिक रूप से पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना कुछ ही स्थानों पर देखने को मिल रही है. इस बार अधिकांश लोगों ने अपने घरों में ही बप्पा की मूर्ति की स्थापना की है. वहीं अब आरती-पूजन के साथ ही भजन कीर्तन का दौर भी शुरू हो गया है. सुबह बच्चों समेत बड़े भी स्नानादि से निवृत्त होकर भगवान गणेश की आरती व पूजन कर रहे हैं. जिन घरों में परिजन नौकरीपेशा हैं, उनके घर पूजन व आरती सुबह ही हो जाती है. इसी तरह शाम को भी बच्चों के साथ ही बड़े भी तय समय पर तैयार होकर पूजन व आरती के लिए पहुंच जाते हैं. बीच-बीच में रात के समय भजन-कीर्तन की भी तैयारी है.
गणेशोत्सव के सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. यही कारण है कि, सभी कार्यक्रम लोग अब अपने घरों में ही कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि, वे घरों पर होने वाले कार्यक्रम में भी ज्याद भीड़ एकत्र नहीं होने दें. इस सलाह का ध्यान रखकर ही लोग अपने घरों में आयोजन कर रहे हैं. गणेशोत्सव का पर्व परम्मपरागत उल्लास के साथ मनाया जा सके, इसके लिए लोग अपने स्वजनों के साथ ही कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं.