विदिशा। कॉलेज के छात्रों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए घर में ही परीक्षा ली गई, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके. लेकिन उत्तर पुस्तिका जमा करने कॉलेज आए छात्रों की भीड़ ने सब किए कराये पर पानी फेर दिया. कॉलेज के गेट के बाहर छात्रों की भारी भीड़ उमड़ गई, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग तो छोड़िए हवा गुजरने के लिए भी जगह नहीं थी. वहीं कॉलेज प्रबंधन के इंतजाम भी नाकाफी नजर आए.
उत्तर पुस्तिकाएं जमा करने उमड़ी छात्रों की भीड़, सोसल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां - Open book system
विदिशा जिले के मॉडल कॉलेज में उत्तर पुस्तिका जमा करने आई छात्रों की भीड़ ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दी. वहीं कॉलेज प्रबंधन भी अपनी जिम्मेदारी से पीछा छुड़ाता नजर आया, ऐसे में संक्रमण का खतरा बना हुआ है.
दरअसल, कोरोना महामारी के दौरान कॉलेजों में क्लास नहीं लगने की स्थिति में राज्य शासन ने स्नातक और स्नात्तकोत्तर की परीक्षाओं को ओपन बुक प्रणाली से कराने की व्यवस्था की थी, जिसके तहत 10 से 14 सितंबर तक प्रश्न पत्र डाउनलोड कर परीक्षा देने वालों को घर पर ही प्रश्नपत्र हल करना था. वहीं पुस्तिकाएं जमा करने के लिए कॉलेज में एक समय निर्धारित किया गया था. इसके लिए शासकीय कॉलेज सहित कई स्कूलों को सेंटर बनाया था. लेकिन विद्यार्थियों के लिए कॉलेज की तरफ से कोई सुरक्षा इंतजाम देखने नहीं मिले. छात्र बिना मास्क और बिना सैनेटाइजर के धड़ल्ले से अंदर आए और भीड़ जमा हो गई.
प्रबंधन कई व्यवस्थाएं का दावा कर रहा है, लेकिन धरातल में वे हवा-हवाई नजर आए. वहीं मॉडल कॉलेज की प्राचार्य मंजू जैन का कहना है कि उनकी तरफ से सारी व्यवस्थाएं की गई थी, छात्रों को खुद आगे आकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए था.