विदिशा में सम्राट अशोक टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट यानि एस. ए. टी. आई. इंजीनियरिंग. कॉलेज की नीव देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा रखी गई थी. और उन्हीं की याद में एक विशाल प्रतिमा एस. ए. टी. आई. के इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रांगण में स्थापित है. आज उसी प्रतिमा को पंडित नेहरू की पुण्यतिथि पर माल्यार्पण करने विदिशा के कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव अपने समर्थकों के साथ कॉलेज पहुंचे, तो वहां ताला लगा हुआ था. गार्ड ने विधायक सहित अन्य कांग्रेसियों को अंदर जाने से मना कर दिया. जिसके बाद विधायक अपने समर्थकों के साथ कॉलेज के मैन गेट पर धरना के लिए बैठ गए और प्रदर्शन किया
माल्यार्पण करने से रोकने पर नाराज हुए MLA
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आज पुण्यतिथि है और अपने प्रधानमंत्री काल में पंडित नेहरू ने विदिशा के सम्राट अशोक टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट इंजीनियरिंग कॉलेज की नींव रखी थी. उन्हीं की याद में कॉलेज में एक विशाल प्रतिमा पंडित नेहरू की स्थापित है. आज उन्हीं की पुण्यतिथि पर स्थानीय कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव अपने समर्थकों के साथ माल्यार्पण करने जाना चाह रहे थे. लेकिन कॉलेज के प्रवेश द्वार पर ताला जड़ा हुआ था. विधायक ने कॉलेज के अंदर जाना चाहा तो गार्ड ने अंदर आने से मना कर दिया. गार्ड के मना करने पर गुस्साए विधायक शशांक ने कहा कि नाथूराम गोडसे वादी मानसिकता लोकतंत्र का गला घोंट रही है, जिसकी वजह से हमें अंदर नहीं आने दिया गया
विदिशा में पंडित नेहरू की पुण्यतिथि पर माल्यार्पण करने से रोकने पर कांग्रेसी नाराज
विदिशा में पंडित नेहरू की पुण्यतिथि पर माल्यार्पण करने से रोकने पर कांग्रेसी नाराज हो गए और धरना दिया.बता दें कि एस. ए. टी. आई. कॉलेज में पंडित नेहरू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने विधायक शशांक अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे लेकिन गार्ड के कॉलेज के अंदर न आने देने से नाराज विधायक ने कॉलेज गेट पर ही धरना दिया.
पंडित नेहरू की पुण्यतिथि पर माल्यार्पण करने से रोकने पर कांग्रेसी नाराज
क्या बोले टीआई
टीआई सिविल थाना पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने ताला खुलवाया तब कहीं जाकर माल्यार्पण कार्यक्रम हो सका.वहीं टीआई कमलेश सोनी का कहना है विधायक हर बार माल्यार्पण करते हैं लेकिन कॉलेज प्रबंधन द्वारा बताया गया कि कोरोना महामारी के कारण ताला लगाकर रखा जाता है.इसलिये विधायक को परेशानी का सामना करना पड़ा.