शिवराज अपने गृह ग्राम जैत पहुंचकर खो गए पुरानी यादों में सीहोर/विदिशा।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ सीहोर जिले स्थित बुधनी के गृह ग्राम जैत पहुंचे. यहां सबसे पहले सीएम शिवराज ने खेड़ापति की पूजा अर्चना की. इसके बाद मां नर्मदा की पूजा अर्चना की. शनिवार को जैत का गौरव दिवस भी मनाया गया. इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम आनंद उत्सव के दौरान हुए. इनके कुछ फाइनल आज हुए. जिसमें नौका दौड़ भी हुई. इसके बाद मंच पर मुख्यमंत्री शिवराज ने जैत ग्राम के बुजुर्गों को सम्मान कर आशीर्वाद लिया.
लाड़ली लक्ष्मी योजना के पुरस्कार वितरित :कार्यक्रम में लाड़ली लक्ष्मी योजना के पुरस्कार दिए गए. स्वसहायता समूह को भी बाइक एवं लैपटॉप वितरित किए गए. इस दौरान मुख्यमंत्री अपनी पुरानी यादों में खो गए. अपनी पुरानी यादें ताजा करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि मां नर्मदा का आशीर्वाद सदा मेरे साथ रहा है. सभी को अपने ग्राम के गौरव दिवस में आना चाहिए. चाहे वो अधिकारी हो, नेता हो या कोई भी हो. अपनी माटी से प्यार होना चाहिए. मैंने अपनी राजनीतिक यात्रा यहीं से शुरू की. पहला आंदोलन भी यहीं किया था. जो लगाव अपनी माटी से होता है, वो कहीं नहीं हो सकता.
विदिशा की कृषि उपज मंडी में पेड़ काटे विदिशा की कृषि उपज मंडी में पेड़ काटे :विदिशा 3 फरवरी को मुख्यमंत्री का दौरा है. नई कृषि मंडी में आयोजन को लेकर और क्षेत्र बड़ा करने के चक्कर में वन विभाग अमले ने बड़े व हरे वृक्ष काट दिए. अब वन अधिकारी सफाई देते नजर आ रहे हैं. सीएम शिवराज यहां भोपाल, उज्जैन व सागर संभाग के मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के हित लाभ वितरण के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसको लेकर विदिशा की नई कृषि उपज मंडी में तैयारियां जोरों पर हैं. इसी को लेकर प्रांगण में खड़े बड़े हरे वृक्ष काट दिए गए हैं. मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के इस कार्यक्रम में सैकड़ों हजारों लोगों की उपस्थिति होगी. कार्यक्रम में 3 संभाग के हितग्राही जनप्रतिनिधि और अन्य आला अधिकारी भी खासतौर से मौजूद रहेंगे.
विदिशा की कृषि उपज मंडी में पेड़ काटे पहली बार आरक्षकों को CM शिवराज ने बांटे नियुक्ति पत्र, कहा-वर्दी पर कभी दाग मत लगने देना
सीएम के कार्यक्रम की तैयारियां :कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर जोरदार सफाई और व्यवस्थाओं को लेकर कार्य चल रहा है. वन रेंजर से जब इस बारे में चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि कलेक्टर और वन अधिकारी के निर्देश पर पूरा वन विभाग का अमला यहां काम कर रहा है. वन ऑफिसर एमएन हाशमी के मुताबिक बबूल के पेड़ों को काटा गया है. वहीं कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर जानकारी उपलब्ध कराई. हरे बड़े पेड़ काटने को लेकर लोगों में रोष व्याप्त है. जिला प्रशासन अब इस मामले में खामोश है.