विदिशा। मॉडल एक्ट के विरोध में कृषि उपज मंडियों के अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. उन्होंने कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर मॉडल एक्ट वापस लेने की मांग की. इधर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए अनाज व्यापारियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपकर मंडी शुल्क 50 पैसे करने का आग्रह किया.
मंडी मॉडल एक्ट के विरोध में व्यापारी, कमर्चारियों ने दिया ज्ञापन - मंडी मॉडल एक्ट के विरोध में व्यापारी
देशभर में हो रहे मंडी एक्ट के विरोध में विदिशा जिले के कृषि उपज मंडी के अधिकारी और कर्मचारी भी हड़ताल पर चले गए हैं. वहीं उन्होंने कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर मॉडल एक्ट वापस लेने की मांग की है.
मंडी अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजबीर प्रसाद मिश्रा ने बताया कि मॉडल एक्ट लागू होने से मंडियों के कर्मचारियों पर रोजगार का संकट मंडराने लगेगा. कई मंडी बंद होने की स्थिति आ जाएगी.
वहीं मंडी कर्मचारियों को यह भी चिंता सता रही है अगर मॉडल एक्ट लागू होता है तो मंडी के कई कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे, मंडियों में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को राज्य शासन के अधीन करने की मांग कर रहे हैं. सभी कर्मचारियों ने कार्यालय में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया.
इधर अनाज तिलहन व्यापारी संघ ने हड़ताल पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण व्यापारी पहले से ही परेशान हैं. इस दौर में राज्य सरकार की भेदभाव पूर्ण टैक्स नीति ने उनकी परेशानियों को और बढ़ा दिया है.बता दें व्यापारी मंडी हड़ताल में शुल्क एक रुपए 70 पैसे की वजह 50 पैसे करने की मांग कर रहे हैं यह अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रही है.