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किराना व्यापारी की बेटी ने बढ़ाया विदिशा का मान, आयुषी जैन ने UPSC में हासिल किया 41वां रैंक

किराना व्यापारी की बेटी आयुषी जैन ने विदिशा का मान बढ़ाया है. सिरोंज की रहने वाली आयुषी जैन ने सिविल सर्विस परीक्षा 2019 में ऑल इंडिया 41वां स्थान हासिल किया है.

Ayushi Jain
आयुषी जैन

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Published : Aug 5, 2020, 9:37 AM IST

Updated : Aug 6, 2020, 6:12 AM IST

विदिशा।संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 2019 का रिजल्ट जारी कर दिया है. जिसमें विदिशा के सिरोंज निवासी वाले किराना व्यापारी सुनील जैन की बेटी आयुषी जैन ने सिविल सर्विस परीक्षा 2019 में ऑल इंडिया में 41वां स्थान हासिल किया है. 27 जुलाई को दिल्ली में आयुषी का इंटरव्यू हुआ था और वे 30 जुलाई को अपने घर लौटी हैं. एहतियात के तौर पर आयुषी अभी होम क्वारेंटाइन हैं, पर बेटी की इस कामयाबी के बाद परिवार में खुशी की लहर है.

आयुषी जैन ने बताया कि ये उनका तीसरा अटेम्ट था, जिसमें उन्होंने सफलता हासिल की है. अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हुए कहा कि मेरे माता-पिता छोटे बहन-भाई ने UPSC की तैयारी करवाने में पूरा सहयोग किया. उनका कहना है कि मैं दो बार असफल भी हुई, लेकिन इस बीच मेरे परिवार ने कभी मुझे निराश नहीं होने दिया. अगली परीक्षा की तैयारी के लिए नई ऊर्जा दी.

आयुषी जैन ने बढ़ाया विदिशा का गौरव

नौकरी छोड़ की थी आईएस की तैयारी

आयुषी जैन ने बताया कि बुधनी और अन्य कई जगहों पर प्राइवेट कंपनियों में नौकरी की थी. जिसमें 9 लाख का पैकेज था. फिर भी उस कंपनी से रिजाइन दे दिया. रिजाइन देते समय बिल्कुल दुख नहीं हुआ, लेकिन थोड़ी सी चिंता जरूर रही कि कहीं ऐसा न हो कि नौकरी भी चली जाए और UPSC की परीक्षा में भी न निकल पाए, लेकिन मुझे पूरा विश्वास था कि मैं जरूर आईएस बनूंगी और मुझे सफलता मिली है.

आयुषी जैन ने हायर सेकेंड्री तक की पढ़ाई सिरोंज में ही किया है. इसके बाद भोपाल एलएनसीटी कॉलेज से इंजीनियर की पढ़ाई पूरी की. जिसके बाद प्राइवेट सेक्टर में उच्च पदों पर नौकरी की. लेकिन मन में समाजसेवा का भाव था और गरीबों को न्याय दिलाने की चिंता भी थी. जिसके बाद वे आईएएस की तैयारी करने पहुंच गई.

समाज सेवा के लिए चुना था रास्ता

आयुषी ने बताया कि शुरू से ही समाजसेवा करने की इच्छा रही है. वो चाहती थी कि आईएएस बनकर समाजसेवा के साथ ही गरीबों के साथ हो रहे अन्याय को रोक सकें. इसके लिए सक्षम होना बहुत जरूरी था, इसलिए देश की सबसे बड़ी सर्विस को चुना और रात दिन एक कर कड़ी मेहनत के साथ यूपीएससी की परीक्षा पास की. पहली और दूसरी परीक्षा में असफलता मिली, लेकिन हिम्मत नहीं हारी और जुनून था मुझे तीसरी परीक्षा में सफलता मिल गई और अब मैं अब खुश हूं.

Last Updated : Aug 6, 2020, 6:12 AM IST

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