विदिशा।जिले में गेहूं की खरीदी बंद होने से नाराज किसानों का गुस्सा फूट पड़ा. सरकारी क्रय केंद्र के बाहर किसानों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की. हंगामा कर रहे किसानों ने प्रदेश सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया. किसानों का आरोप है कि, प्रदेश सरकार ने किसानों का एक- एक दाना खरीदने का आश्वासन दिया था, लेकिन जब किसान गेहूं क्रय केंद्रों पर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे तब खरीदी बंद कर दी गई. गुस्साए किसानों ने नटेरन तहसील की खरीदी केंद्र पर गेहूं का परिवहन कर रहे ट्रक को रोक दिया, तो गुलाबगंज के सूखा खेड़ी केंद्र पर किसानों ने अपनी नाराजगी जताई. वहीं स्थानीय विधायक शशांक भार्गव ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलकर किसानों की समस्या से अवगत कराया.
सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीदी बंद, गुस्साए किसानों का फूटा गुस्सा - उपार्जन केंद्रों पर किसान नाराज
विदिशा जिले में सरकारी उपज क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीदी बंद होने से किसानों का गुस्सा फूट पड़ा, आक्रोशित किसानों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की.
बता दें, जिले के कई केंद्रों पर किसानों की उपज की तुलाई नहीं हो पा रही है. इस बात से नाराज गुलाबगंज तहसील के सुआ खेड़ी सहकारी समिति पर कई दिनों से उपज की तुलाई का इंतजार कर रहे किसानों ने सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की. करीब एक दर्जन से अधिक किसान यहां अपनी उपज को लेकर बीते कई दिनों से इंतजार कर रहे हैं. वहीं खिरिया की बात की जाए, तो किसान 550 कुंटल गेहूं लेकर पिछले 1 हफ्ते से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. पटवारी खेड़ी के किसान बताते हैं, ढाई सौ क्विंटल गेहूं बेचने के लिए रुके हैं. गेहूं तुलाई बंद हो जाने से किसानों को भारी चिंता सताने लगी है.
ज्ञात हो कि, किसानों का अधिकतर गेहूं खुले में पड़ा है. जिले की गुलाबगंज, कुरवाई, सिरोंज, लटेरी और ग्यारसपुर में किसान गेहूं तुलाई के लिए लंबी-लंबी लाइन लगाकर खड़े हैं. तुलाई बंद हो जाने से अब किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. किसान प्रशासन से तुलाई की तिथि बढ़ाने की भी मांग कर रहे हैं.