उमरिया। कोरोना के कारण जब लोगो के पास रोजगार नहीं था, तब जिला पंचायत उमरिया द्वारा सराहनीय पहल करते हुए बांधवगढ टाईगर रिजर्व जोन में वन्य प्राणियों को पर्याप्त मात्रा में चारा उपलब्ध कराने के लिए बफर, कोर जोन में चारागाह विकास का काम शुरू किया गया था. इससे जहां शाकाहारी वन्य जीवो के भोजन की व्यवस्था हुई वहीं कोर एवं बफर जोन में रहने वाले आदिवासी परिवारों को मनरेगा योजना के तहत रोजगार भी मिला.
मनरेगा से मिला बांधवगढ़ के ग्रामीणों को रोजगार, जिला पंचायत की सराहनीय पहल
जिला पंचायत उमरिया द्वारा सराहनीय पहल करते हुए बांधवगढ टाईगर रिजर्व जोन में वन्य प्राणियों को पर्याप्त मात्रा में चारा उपलब्ध कराने के लिए बफर, कोर जोन में चारागाह विकास का काम शुरू किया गया था. जिससे कोर एवं बफर जोन में रहने वाले आदिवासी परिवारों को मनरेगा योजना के तहत रोजगार भी मिला.
उमरिया जिले ग्राम पंचायत के श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करानें के लिए जिला पंचायत द्वारा चारा गाह विकास के कार्यक्रम शुरू किए गए. वन क्षेत्र होने के कारण ग्राम पंचायतो ने बांधवगढ टाईगर रिजर्व के अंतर्गत नये घास के मैदान तैयार किये जाने का कार्य लिया. जिससे शाकाहारी वन्य प्राणियों को पर्याप्त चारा उपलब्ध कराया जा सके. बता दे जनपद पंचायत मानपुर में बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के सहयोग से 142.26 लाख रूपये की लागत के 34 घास के मैदानों का विकास कार्य शुरू किया गया.