उमरिया।सरकार अपनी योजनाओं को गिनाते नहीं थकती. मंच से अगर योजनाओं का बखान करना हो तो फेहरिस्त लंबी होती जाती है लेकिन धरातल पर उसकी हकीकत औंधे मुंह गिर जाती है. खबर उमरिया की है जहां नल-जल योजना के तहत हुआ काम तो शुरू किया गया लेकिन आज तक पूरी नहीं हुआ. मुंदरिया ग्राम पंचायत के ग्रामीण आज भी पीने के पानी के लिए भटकने को मजबूर हैं.
नल- जल योजना का नहीं मिला फायदा, पानी के लिए भटकने को मजबूर ग्रामीण - ग्रामीण
उमरिया में प्रशासन की उदासीनता के कारण ग्रामीण पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं. हालांकि 10 साल पहले से ही यहां नल जल योजना अंतर्गत काम शुरु हो गया था, लेकिन वो आज तक पूरा नहीं हो पाया.
आपको बता दें कि 20 लाख रुपए से योजना इस इलाके में शुरू तो की गई थी, लेकिन उसकी क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं हुआ. इसका नतीजा ये हुआ कि यहां के लोग पीने के पानी के लिए कई किलोमीटर चक्कर लगाते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस योजना को लेकर अधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं. जनपद पंचायत CEO दीक्षा जैन से जब बात करनी चाही तो कैमरा देखते ही मुंह फेर लिया. वहीं जिले के प्रभारी मंत्री और एमपी सरकार में मंत्री ओमकार मरकाम ने जांच का आश्वासन देकर पल्ला झाड़ दिया.
ऐसे हालत में समझा जा सकता है कि प्रदेश सरकार अपनी योजनाओं को लेकर कितनी सजग है.