उमरिया।स्कूल चलें हम अभियान के अंतर्गत जिले में युवाओं की टोली सक्रिय है. ये टोली उमरिया कलेक्टर कृष्णदेव त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा व जिला पंचायत सीईओ इला तिवारी के मार्गदर्शन में गांव-गांव घर-घर जाकर बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए अनोखी पहल कर रही है. इस अभियान में युवा लगातार जुड़ते जा रहे हैं. युवाओं की ये टीम बीते 20 दिन से विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर शिक्षा से नाता तोड़ चुके बच्चों एवं उनके अभिभावकों से संपर्क कर रही है. उन्हें शिक्षा का महत्व बताया जा रहा है.
बच्चों के पैरेंट्स को समझाइश :इन युवाओं का कहना है कि जब तक लोग शिक्षित नहीं होंगे, तब तक उनका शोषण होता रहेगा. टीम लीडर हिमांशु तिवारी ने बताया कि बहुत से ऐसे बच्चे हैं जो स्कूल नहीं जा रहे हैं. जब उन बच्चों से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वे लॉकडाउन के बाद से ही स्कूल नहीं जा रहे हैं. कुछ बच्चे बकरियां चराने के लिए चले जाते हैं. कुछ खेतों में काम करने के लिए चले जाते हैं और कुछ आसपास के ढाबों पर काम करने जा रहे हैं. शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत हर बच्चे को शिक्षा प्राप्त हो, ऐसे बच्चों के माता-पिता से संपर्क कर उन्हें अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए समझाइश दी जा रही है.