शहडोल। शहडोल संभाग के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में इस बार कृष्ण जन्माष्टमी के दिन ऐतिहासिक बांधवाधीश मंदिर में मेले का आयोजन नहीं होगा. मतलब आम लोगों को एंट्री नहीं दी जाएगी. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के प्रबंधन ने यह जानकारी दी है. इस फैसले को लेने की वजह प्रबंधन ने इस क्षेत्र में जंगली हाथियों का मूवमेंट होना बताया है. Umaria Bandhwadhish Temple
अद्भुत है बांधवाधीश मंदिर: उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के घनघोर जंगल में सुरम्य वादियों के बीच पहाड़ में स्थित है, अद्भुत बांधवाधीश मंदिर. इस मंदिर में राम जानकी विराजे हैं. इस मंदिर में हर जन्माष्टमी में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता था और दूर-दूर से लोग मंदिर पहुंचकर दर्शन करने आते थे. मेले का आयोजन होता था, जन्माष्टमी के दिन यहां भक्तिमय उत्सव का माहौल होता था. ताला गेट से पहाड़ के ऊपर मंदिर तक श्रद्धालु पैदल जाकर भगवान के दर्शन कर प्राकृतिक सुंदरता का भी आनंद लेते थे और इस मौके को लोग नहीं छोड़ते थे. क्योंकि साल में एक बार ही यहां जाने के लिए लोगों को मिलता था. लेकिन इस बार 19 अगस्त को होने वाली कृष्ण जन्माष्टमी में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने बांधवाधीश मंदिर में होने वाले मेले के आयोजन को रोक दिया है. यह फैसला लिया गया है कि, मंदिर में मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा, जिसके बाद श्रद्धालुओं में निराशा है. Umaria Krishna Janmashtami 2022
गजराज की दहशत: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पिछले कुछ सालों से हाथियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बार हाथी आते तो हैं, लेकिन यहां अच्छा माहौल पाने के बाद वापस नहीं जाते. बांधवाधीश मंदिर के आसपास इन दिनों हाथियों के लगातार मूवमेंट को देखते हुए पार्क प्रबंधन आम लोगों को इस बार कृष्ण जन्माष्टमी में प्रवेश नहीं दे रहा है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक बीएस अन्नीगेरी ने आदेश जारी करते हुए श्रद्धालुओं से अपील भी की है कि, बांधवाधीश मंदिर के आसपास हाथियों का मूवमेंट है. हाथियों के मूवमेंट के चलते बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में कोई भी श्रद्धालु प्रवेश ना करें और सहयोग प्रदान करें. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक बीएस अन्नीगेरी ने बताया कि, बांधवगढ़ किले और उसके आसपास के क्षेत्र में जंगली हाथियों का मूवमेंट है. आज भी लगभग 10 हाथी वहां देखे गए हैं, ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए इस बार जन्माष्टमी पर मेले व धार्मिक आयोजन और आम नागरिकों के प्रवेश को स्थगित कर दिया गया है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों से राय लेकर यह फैसला लिया गया है. हाथियों के मूवमेंट को देखते हुए अधिकारी कर्मचारी वहां लगातार निगरानी बनाए हुए हैं. Umaria Bandhwadhish Temple