उमरिया। झमाझम बारिश से आई बाढ़ ने एक तरफ मालवा अंचल में मुसीबतों का पहाड़ खड़ा कर दिया है. इससे सबक लेते हुए विंध्य क्षेत्र में जोहिला डैम में लगातार गेट को खोलकर डैम के जलस्तर को सामान्य बनाए रखने की कोशिश की जा रही है. अभी तक 25 बार डैम के गेट खोले जा चुके हैं. राहत की खबर ये है कि डैम के निचले इलाकों में स्थितियां सामान्य बनी हुई हैं. यहां पानी छोड़ने से बाढ़ जैसे हालत नहीं बने हैं.
अमरकंटक से उद्गम होने वाली जोहिला नदी 100 किलोमीटर का सफर तय कर यहां विराट रूप धारण कर लेती है. मैकल पर्वत श्रंखला की सुरम्य पहाड़ियों के बीच 1810 हेक्टेयर में फैले जोहिला डैम की क्षमता 171 मिलियन क्यूबिक मीटर है. डैम में 6 गेट हैं. जिनके माध्यम से इसके जलस्तर को सामान्य रखा जाता है.आगे करीब 70 किलोमीटर का सफर तय कर जोहिला, सोन नदी में मिल जाती हैं.