उमरिया। बिलाइकाप गांव में हाथियों ने रविवार की देर रात जमकर तांडव मचाया और पचासों किसानों की धान की फसल को तबाह कर दिया. घरों के नजदीक पहुंच चुके हाथियों के जत्थे को देख बिलाइकाप के निवासियों ने थाली और बर्तन बजाकर हाथियों को भगाने का प्रयास किया, वहीं जब ग्रामीणों ने वन विभाग से संपर्क करने का प्रयास किया तो काफी देर में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.
उमरिया से लगे गांवों में जंगली हाथियों का आतंक, वन विभाग नहीं ले रहा सुध - Bandhavgarh Tiger Reserve
बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में पिछले 2 साल से उड़ीसा, झारखंड और छत्तीसगढ़ से आए जंगली हाथियों का तांडव रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जिला मुख्यालय के शहरी क्षेत्र लालपुर में जैसे ही इन हाथियों के झुंड ने दस्तक दी, शहर सहित आसपास के नजदीकी गावों में दहशत का माहौल बन गया है.
सोमवार के पूरे दिन हाथियों ने बिलाइकाप के आसपास ही अपना ठिकाना बनाए रखा, लेकिन वनविभाग अपने दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर अपनी जिम्मेदारी से साफ साफ बचता नजर आया. आज मंगलवार की रात को आतंकी हाथियों में महिमार, घंघरी और सेवई में धान की फसल को रौंद डाला, वहीं वन विभाग शायद किसी बड़ी घटना के इंतजार में है, इसलिए अभी कोई माकूल इंतजाम करने के लिए इंतजार किया जा रहा है.
इस मामले में जब जिम्मेदार अधिकारियों से बात करने के लिए मीडिया की टीम पहुंची तो देखा गया कि अधिकारियों ने कार्यालयों से रुखसती ले रखी है. फिलहाल यह पहली बार है कि जिला मुख्यालय उमरिया जंगली हाथियों के रडार में आ गया है. खबर लिखे जाने तक हाथियों ने मुख्यालय से मात्र 2 से 3 किलोमीटर दूर अपना जमावड़ा लग रखा है.