उमरिया। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार गांव को शहर से जोड़ने की कवायद कर रही है वहीं विभाग के जिम्मेदार अधिकारी उन कवायदों में पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला उमरिया जिले के पाली ब्लॉक से सामने आया है जहां ग्राम सुन्दरदादर से तिमनी तक बीते महीने मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के द्वारा ठेका देकर करोड़ों की लागत से सड़क निर्माण का कार्य आरम्भ कराया गया है. जिसमें निर्माण एजेंसी के द्वारा जमकर घोटाला किया गया है. जिसका परिणाम यह रहा कि करोड़ों की सड़क महीनेभर में जगह-जगह से टूट चुकी है.
उमरिया: निर्माण के बाद तीन माह भी नहीं चली सड़क, खुलकर सामने आया भ्रष्टाचार - umaria collector
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार गांव को शहर से जोड़ने की कवायद कर रही है वहीं विभाग के जिम्मेदार अधिकारी उन कवायदों में पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं.
![उमरिया: निर्माण के बाद तीन माह भी नहीं चली सड़क, खुलकर सामने आया भ्रष्टाचार Road did not run even after three months in Umaria](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-8268012-919-8268012-1596364741750.jpg)
जानकारी के मुताबिक सड़क निर्माण कार्य का ठेका खोडियार कंस्ट्रक्शन को दिया गया है जिसमें ठेकेदार ने सड़क में घटिया क्वालिटी का सामान उपयोग किया है, सड़क किनारे न तो पट्टी का निर्माण किया. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य के दौरान कोई जिम्मेदार अधिकारी ध्यान भी नहीं दिए जिससे ठेकेदार मनमाफिक सड़क निर्माण करते चला गया. इस सम्बंध में जब जिम्मेदार विभाग के महाप्रबंधक से बात करनी चाही गई तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी न कहने की बातकर अपना पल्ला झाड़ लिया. वहीं बीजेपी जिलाध्यक्ष दिलीप पाण्डेय ने जल्द कार्रवाई कर पुनर्निमाण कराए जाने की बात कही है. देखना दिलचस्प होगा कि कब तक प्रशासन ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई कर नई सड़क का निर्माण कार्य पूरा कराती है.