उमरिया। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले में 15 से 19 साल के किशोर और किशोरियों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है, इस कार्यक्रम के तहत आशा कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर बच्चों को जागरूक कर रही हैं, कार्यक्रम में बताया गया कि नशे के लिए मना करना भी एक कला है.
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का आयोजन - बुधराम रहांगडाले
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत गांव में किशोर और किशोरियों को नशे को लेकर जागरूक किया जा रहा है, जिसमें नशा न करने और लोगों को नशे से दूर रहने की बात बताई जा रही है.
जिला समन्वयक किशोर स्वास्थ्य बुधराम रहांगडाले ने बताया कि आज का किशोर नशे की गिरफ्त में जा रहा है, लेकिन नशीली दवा न केवल शारीरिक कार्यों में परिवर्तन कर देती है, बल्कि मानसिक क्षमताओं पर भी असर डालती है, नशीली दवा के इस्तेमाल से अनेक जोखिम जुड़े हैं, यही नहीं नशे के चलते छात्र-छात्राओं का पढ़ाई में मन भी नहीं लगता है, और एक बार नशे का आदि होने के बाद वह जल्दी नशा नहीं छोड़ पाता है, कई बार किशोर पैसों की चोरी कर नशे का सामान खरीदते हैं. इसलिए नशे से हमेशा दूर रहने की जरुरत है.