उज्जैन। जिला चिकित्सालय के चरक भवन से फिर एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में वार्ड की 4 महिलाएं आपस में किसी बात को लेकर झगड़ा रही है, तीन महिलाएं एक महिला को पकड़ कर कुछ बुलवाना चाह रही है. जानकारी के अनुसार ये पूरा मामला विगत दिनों गर्भवती महिलाओं को प्राइवेट अस्पताल में रेफर करने की धांधली से जुड़ा हुआ है. सूत्रों की माने तो कलेक्टर के सामने गर्भवती महिला द्वारा भांडा फोड़ने के बाद से ही स्टाफ की महिलाओं में हड़कमप मचा हुआ है. ख़बर चूंकि तीन बार मीडिया में लीक हो गई तो स्टाफ उसी का गुस्सा एक दूसरे पर उतार रहा है.
- क्या है पूरा मामला
दरअसल संभाग स्तर के सबसे बड़े जिला चिकित्सालय के समीप गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिए 450 बेड का चरक भवन बनाया गया है. यू तो यह भवन सर्व सुविधा से लैस है. जहां गरीब परिवार की महिलाओं को परिजन इस आस में लाते है कि पैसा बचेगा और डिलीवरी निशुल्क हो जाएगी. लेकिन उस आस का गला घोटते स्टाफ की कहानी कुछ और ही है. चरक भवन सीएमएचओ महावीर खंडेलवाल का आफिस भी है.
2 फरवरी को चरक भवन के गेट पर खड़ी प्राइवेट अस्पताल की एम्बुलेंस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसके चलते कलेक्टर ने दो दिन पूर्व ही चरक भवन का औचक निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर से गर्भवती महिला ने शिकायत की थी कि उन्हें प्राइवेट अस्पताल भेजा गया, जहां उनके एक लाख रुपए से ज्यादा पैसे लग गए. पैसा नहीं होने की वजह से दौबारा यहां आना पड़ा. जिसपर कलेक्टर ने दो निजी अस्पतालों को जवाब दो नोटिस जारी किया था.