उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के अभिषेक के लिए जिस दूध का इस्तेमाल किया जा रहा है. उसमें पानी की मात्रा ज्यादा होने की वजह से उसे अमानक पाया गया है. यह जानकारी खाद्य विभाग द्वारा लिए गए दूध के सैंपल के बाद मिली है. जहां नमूनों की रिपोर्ट में दूध अमानक पाया गया है.
महाकाल को चढ़ने वाला दूध अमानक पाया गया है 31 अगस्त को खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने महाकालेश्वर मंदिर के बाहर पूजन सामग्री की आठ दुकानों से दूध के सैंपल लिए थे. ये सभी दुकानें मंदिर प्रबंधक समिति और माधव सेवा न्यास की है. जिसके बाद खाद्य विभाग ने सभी दुकानदारों को नोटिस जारी किए हैं. लेकिन यह दुकानें मंदिर प्रबंधक समिति के तहत आती हैं. जिससे महाकाल मंदिर प्रबंधन समिति की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
खाद्य अधिकारी ने बताया कि दूध की जो सैंपलिंग रिपोर्ट आई हैं. उसमें दूध में पानी काफी मात्रा में पाया गया है. हालांकि दूध में किसी प्रकार का कोई केमिकल नहीं पाया गया है. लेकिन पानी की मात्रा अधिक होने से भी शिवलिंग को नुकसान हो सकता है. महाकाल मंदिर के प्रबंधक का कहना है इस पूरे मामले की जांच होगी. उन्होंने कहा कि भले ही अभिषेक के लिए दूध महंगा हो लेकिन उसमें मिलावट नहीं होनी चाहिए.
जबकि महाकाल के दर्शनों के लिए आए भक्तों ने कहा कि अभिषेक के लिए दूध में पानी होना गलत बात है. सभी ने मांग की है कि महाकाल मंदिर के ट्रस्ट की तरफ से शुद्ध दूध का एक काउंटर अलग से खोला जाए. जबकि दूध बैच रही दुकानों की भी समय-समय पर जांच होनी चाहिए. जिससे इस तरह का मामला फिर से सामने न आए. क्योंकि यह आस्था के साथ भी खिलवाड़ है.