उज्जैन। महाकाल मंदिर को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बताया जा रहा है कि, प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने महाकाल मंदिर में लगे लाउडस्पीकर को हटाने का आदेश दिया है. मामले में महाकाल मंदिर प्रशासक ने लोगों से अपील की है कि इस भ्रामक वीडियो को शेयर ना करें.
महाकाल मंदिर से लाउडस्पीकर हटाने का नहीं दिया गया आदेश, मंदिर प्रशासक ने किया खंडन
उज्जैन महाकाल मंदिर के संबंध में एक वीडियो वायरल किया जा रहा है, जिसमे दिखाया गया है कि, कमलनाथ सरकार ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें मंदिर से लाउडस्पीकर हटवाने की बात कही गई है. मंदिर प्रशासन ने इसे भ्रम फैलाने वाला बताया.
महाकाल मंदिर प्रशासक सुजान सिंह रावत ने बताया की, प्रदेश सरकार ने जो आदेश दिया है वो सीहोर जिले के एक मंदिर के संबंध में जारी किया गया है. जिसे कुछ लोग महाकाल मंदिर से जोड़ रहे हैं. उन्होंने इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि वे इसके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराएंगे. प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने 9 जनवरी 2020 को सीहोर कलेक्टर के नाम से एक आदेश जारी किया था. जिसमें ध्वनि प्रसारण यंत्रों को एक निश्चित निर्धारित समय के लिए बंद करने के निर्देश दिए गए थे.