उज्जैन। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह नगर उज्जैन की विक्रम विश्वविद्यालय को पांच वर्ष पहले हुए नैक मूल्यांकन के दौरान ए ग्रेड मिला था, लेकिन विक्रम विश्वविद्यालय को इस बार नैक मूल्यांकन के बाद बी ++ ग्रेड मिली है. जिसके चलते उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की छवि पर असर पड़ा है. उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव भी इस विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र में रहे चुके हैं. बी ++ ग्रेड मिलने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन अब मूल्यांकन के लिए दोबारा अपील करेगा, लेकिन ये पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी विक्रम विश्वविद्यालय नए-नए कारनामे सामने आते रहते हैं. (ujjain vikram university NAAC ranking) (vikram university got b grade)
ए ग्रेड वाला विक्रम विश्वविद्यालय हुआ बी ++ ग्रेड में:उज्जैन का विक्रम विश्वविद्यालय लगातार पांच वर्ष से ए ग्रेड में था, लेकिन इस कोरोना के कारण मूल्यांकन नहीं हुआ था. इधर विक्रम विश्वविद्यालय ने नैक मूल्यांकन कराने का निर्णय लेकर तैयारी शुरू कर दी थी और एसएसआर की रिपोर्ट आने के बाद नैक के भौतिक सत्यापन के लिए आए पांच सदस्यीय दल ने 13 से 15 अक्टूबर तक विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया था. अंत में भौतिक सत्यापन के लिए आए सदस्यों ने अपनी गोपनीय रिपोर्ट भी सौंप दी थी.