मंडी/उज्जैन।आजकल छोटी काशी मंडी में महाकाल की नगरी उज्जैन के रहने वाले चित्रकार समर्थ श्रीवास्तव, बाबा भूतनाथ मंदिर व इसके इतिहास को लेकर कैनवास पेंटिंग बना रहे हैं. यह पेंटिंग समर्थ श्रीवास्तव, बाबा भूतनाथ मंदिर में ही बना रहे हैं, जिसको लेकर स्थानीय लोगों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. समर्थ ने बाबा भूतनाथ के किवदंती अनुसार शिवलिंग पर दूध की धारा बहाती गौ माता की अद्भुत पेंटिंग बनाई है. इसके साथ ही उन्होंने मंदिर के महंत की भी बहुत सुंदर पेंटिंग बनाई है. (Samarth Srivastava made canvas painting) (Baba Bhootnath temple of Mandi)
उज्जैन के समर्थ श्रीवास्तव मंडी के बाबा भूतनाथ मंदिर में बना रहे कैनवास पेंटिंग
उज्जैन के रहने वाले चित्रकार समर्थ श्रीवास्तव, बाबा भूतनाथ मंदिर व इसके इतिहास को लेकर कैनवास पेंटिंग बना रहे हैं. समर्थ ने बताया कि वह अपने दोस्तों के साथ मनाली घूमने आए थे, लेकिन मंडी में बाबा भूतनाथ के दर्शन कर और यहां के महंत से मिलकर उनका आगे जाने का मन नहीं हुआ. जब उन्होंने छोटी काशी के मंदिरों के बारे में जाना तो उन्होंने उनकी पेंटिंग बनाने का कार्य शुरू कर दिया.(Samarth Srivastava made canvas painting) (Baba Bhootnath temple of Mandi)
मंडी में बाबा भूतनाथ के दर्शन कर आगे जाने का मन नहीं हुआ:उज्जैन के रहने वाले समर्थ ने बताया कि उन्हें बचपन से ही पेंटिंग करने का शौक है और इसे पूरा करने के लिए उनके माता-पिता ने भी उनका पूरा सहयोग दिया. उन्होंने बताया कि वह अपने दोस्तों के साथ मनाली घूमने आए थे, लेकिन मंडी में बाबा भूतनाथ के दर्शन कर और यहां के महंत से मिलकर उनका आगे जाने का मन नहीं हुआ. जब उन्होंने छोटी काशी के मंदिरों के बारे में जाना तो उन्होंने उनकी पेंटिंग बनाने का कार्य शुरू कर दिया. समर्थ ने बताया कि मंडी सच में ही शिव की नगरी है और वे यहां के ऐतिहासिक मंदिरों और यहां की संस्कृति को अपनी पेंटिंग के माध्यम से उकेर रहे हैं. उन्होंने बताया कि शिवरात्रि के महापर्व तक यहां रहेंगे और यहां की संस्कृति और परंपरा को और करीब से जानने का प्रयास करेंगे. (Ujjain painter Samarth Srivastava)
लगभग 15 से ज्यादा कैनवास पेंटिंग बना चुके हैं:वहीं, छोटी काशी मंडी स्थित ऐतिहासिक बाबा भूतनाथ मंदिर के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि बच्चों का ऐसे क्षेत्र में आगे बढ़ना जरूरी है. उन्होंने समर्थ को उनके कार्य के लिए बधाई दी. उन्होंने बताया कि समर्थ, बाबा भूतनाथ के दर्शन करने मात्र आए थे, लेकिन यहां आकर वे यहां की संस्कृति को अपनी पेंटिंग के माध्यम से रूप दे रहे हैं. बता दें कि समर्थ मंडी के देव स्थलों की पेंटिंग बनाकर उन्हीं मंदिरों को उपहार दे रहे हैं. समर्थ अभी तक मंडी के विभिन्न मंदिरों व अन्य प्रकार की लगभग 15 से ज्यादा कैनवास पेंटिंग बना चुके हैं.