उज्जैन। ये कहना गलत नहीं होगा कि एमपी अजब है गजब है, इस बात को उज्जैन का शिक्षा विभाग सही साबित करता नजर आ रहा है. उज्जैन के आधा दर्जन से अधिक नर्सिंग कॉलेज के 100 से ज्यादा छात्रों ने सोमवार दोपहर जिला कलेक्टर कार्यालय का अचानक घेराव कर दिया और नारेबाजी करने लगे. सूचना मिलते ही एडीएम संतोष टैगोर बच्चों के पास पहुंचे तो पता चला कि बच्चे नर्सिंग महाविद्यालयों के हैं, जो की जबलपुर में आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड हैं. बच्चे 3 साल से एक ही कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं.
तीन साल से एक क्लास में छात्र: दरअसल जबलपुर में स्थित आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड प्रदेश में कई सारे कॉलेज हैं. उसमें अध्यनरत वर्ष 2020-2021 में एडमिशन लेने वाले 5000 से अधिक बच्चे हैं. उज्जैन में ही 700 से अधिक हैं. छात्रों का कहना है हम 3 साल से परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं. हर साल कॉलेज प्रिंसिपल को बोलते हैं, लेकिन होता कुछ नहीं है. छात्रों का कहना है कि इस तरह से तो हमें नर्सिंग कोर्स पूरा करने में 7 से 8 साल लग जाएंगे. हमारा भविष्य खतरे में है. एडीएम संतोष टैगोर ने कहा कि जबलपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति खंडेलवाल से मेरी बात हुई है.उनका कहना है कि पात्रता के अनुसार जल्द ही बच्चों की परीक्षा करवाई जाएगी. बच्चों की जो भी जानकारी है वह लिखकर कलेक्टर कार्यालय में उपलब्ध करवाएं. हम इसे आगे पहुंचाएंगे और जल्द ही परीक्षा करवाई जाएगी.