उज्जैन।महाकालेश्वर मंदिर के पास महाकाल लोक में लगी सप्त ऋषियों की 6 मूर्तियां 28 मई को तेज आंधी-तूफान के कारण जमीन पर गिर कर खंडित हो गई थी, जिसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की थी. वहीं, विधायक महेश परमार ने इस पूरे मामले में लोकायुक्त में शिकायत भी की थी. वहीं, पुरानी मूर्तियों को रिपेयर कर लगाने की बात सामने आई तो उसका विरोध शुरू हो गया था, लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने आदेश देते हुए कहा कि "मूर्तियां नए सिरे से बनकर तैयार होंगी और पुनः स्थापित की जाएगी. अब मूर्तियां बनकर तैयार हो गई है, मुंबई से एक-दो दिन में आकर अपने स्थान पर वापस स्थापित हो जाएगी."
28 मई को गिरी थी सप्त ऋषियों की मूर्तियांः दरअसल 28 मई के दिन मौसम ने अचानक करवट ली थी और 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी के कारण शहर में कई जगहों पर मकान गिरने की घटना हुई तो वहीं, खबर आई कि महाकाल लोक में लगी सप्त ऋषियों की 6 मूर्ति जमीन पर गिर गई और खंडित हो गई है. जब सप्त ऋषियों की मूर्तियां गिरी, तब मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे. महाकाल मंदिर के सिक्योरिटी गार्डों ने तत्काल श्रद्धालुओं को वहां से हटाकर जगह खाली कराई, लेकिन कई श्रद्धालुओं ने मूर्ति गिरते हुए का वीडियो बना लिए थे. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए थे.