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Ujjain News: जालसाजों ने बनाए 18 फर्जी बीपीएल कार्ड, कलेक्टर ने जांच के लिए गठित की टीम - उज्जैन में फर्जी बीपीएल कार्ड बनाने का मामला

उज्जैन में 18 फर्जी बीपीएल कार्ड बनाए जाने का मामला सामने आया है. इस मामले पर कलेक्टर की ओर से एक्शन लेते हुए जांच टीम गठित की और 7 दिन के अंदर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं.

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जालसाजों ने बनाएं 18 फर्जी बीपीएल कार्ड

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Published : Apr 29, 2023, 11:09 PM IST

जालसाजों ने बनाएं 18 फर्जी बीपीएल कार्ड

उज्जैन। जिले में जालसाजों की ओर से 18 फर्जी बीपीएल कार्ड बनाने का मामला सामने आया है, जिसमें फर्जी तरीके से लोगों को बीपीएल कार्ड बना कर दे दिया. इसकी शिकायत तराना एसडीएम को मिली थी जिसके बाद जांच में माकड़ौन तहसील क्षेत्र अंतर्गत बीपीएल कार्ड मामले में बड़ी गड़बड़ी सामने आई, जिसमें 18 फर्जी कार्ड बिना तहसीलदार, एसडीएम के संज्ञान में आए जालसाजों द्वारा फर्जी सील लगाकर बना दिए गए.

कलेक्टर ने दिए जांच के आदेशःकलेक्टर एक बैठक आयोजित की, जिसमें सभी अधिकारियों को बुलाया गया और कलेक्टर ने पाया कि 18 नामों पर फर्जी कार्ड बनाये गए है. कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच दल गठित किया है. कलेक्टर ने सख्त आदेश दिए हैं कि इस पूरे मामले में 7 दिन के भीतर पूरी जांच रिपोर्ट पेश की जाए, जो दोषी हो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. कलेक्टर ने जांच दल में तराना तहसील एसडीएम, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को नियुक्त किया है, जो कि स्पष्ट जांच रिपोर्ट 7 दिन में सौपेंगे.

इन गांवों में पकड़े गए फर्जी बीपीएल कार्डः जानकारी के अनुसार माकड़ोन तहसील के ग्राम खेड़ा चितावलिया, पचोला, गुंदलडिया, कतवारिया में फर्जी बीपीएल बनाने का धंधा पकड़ा गया है, जिसमें से ग्राम खेड़ा चितावलिया में अधिक राशन कार्ड बने हैं, जहां एक ही परिवार की 3 व्यक्तियों की बीपीएल बना दिए गए हैं.

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एसडीएम को जांच में मिली 18 नामों की सूचीःमाकड़ौन तहसीलदार अनिरुद्ध ने कहा कि एसडीएम को सूचना मिली थी कि जनपद में कुछ ऐसे बीपीएल के प्रमाण पत्र रखें है जो तहसील से जारी नहीं हुए हैं, जिसपर एसडीएम ने जांच की और 18 नामों की सूची हमें दी थी और ये सत्यापित करने को कहा कि ये प्रकरण क्रमांक आपके यहां से जारी हुए या नहीं? चूंकि तहसीलदार को ही जारी करने का अधिकार है हमने जांच की और पाया जो प्रकरण नंबर डाले गए हैं सब फर्जी हैं. इसके बाद एसडीएम को रिपोर्ट भेज दी गई है पुलिस कार्रवाई करने की बात मामले की कही गई है.

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