भस्मारती में शामिल हुए कुमार विश्वास उज्जैन।महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार को प्रातः काल 3:00 बजे होने वाली भस्म आरती में सबसे पहले भगवान महाकाल को जल अर्पित कर उन्हें स्नान कराया गया. इसके बाद पंडे, पुजारियों द्वारा दूध, दही, घी, शहद, पंचामृत से भगवान का अभिषेक किया गया. इसके पश्चात भगवान महाकाल का पंडे, पुजारियों द्वारा राजा के रूप में अद्भुत श्रृंगार किया गया. श्रृंगार इतना अदभुत था कि भगवान महाकाल के दर्शन कर श्रद्धालुओं आनंदमय हो गए. भगवान महाकाल को भस्मी अर्पित करके आरती की गई, जिसमें बाबा महाकाल को फल और विभिन्न प्रकार की मिठाइयों का भोग लगाया गया. (Ujjain Mahakaleshwar Temple)
बाबा महाकाल भस्म आरती दर्शन बाबा महाकाल ने राजा के रूप में दिये दर्शन:भगवान महाकाल का पंडे, पुजारियों द्वारा अबीर भांग और चंदन से राजा के रूप में के रूप में श्रृंगार किया गया. भगवान ने मस्तक पर भांग से सूर्य व आभूषण धारण किए. भगवान महाकाल के श्रृंगार में काजू, बादाम, रुद्राक्ष, भांग, अबीर, कुमकुम सहित तमाम चीजों से बाबा को सजाकर राजा के रूप में तैयार किया गया. इसके अलावा भगवान को चांदी का छत्र, रुद्राक्ष की माला, अबीर, कुमकुम, फूलों की माला और कलरफुल वस्त्र पहनाये गये, फिर तमाम प्रकार के फल और मिठाइयों से भोग लगाया गया. (Baba Mahakal makeup on 13 January 2023)
Ujjain Mahakaleshwar Temple: बाबा महाकाल का भस्म आरती में भव्य श्रृंगार, भगवान ने मस्तक पर त्रिमुण्ड और चंद्र किया धारण
भस्मारती के लिए लगी भक्तों की लाइन: उज्जैन के बाबा महाकाल की भस्म आरती के लिए श्रद्धालु रात 12 बजे से ही मंदिर के बाहर लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं. तीन बजे जैसे ही मंदिर के पट खुलते हैं और श्रद्धालुओं को बारी-बारी से मंदिर में परमिशन चेक कर अंदर जाने दिया जाता है. आखिर में महाकाल बाबा का पंडे, पुजारी मंत्रोचारण के साथ जल से अभिषेक कर पंचामृत का अभिषेक करते हैं और भगवान महाकाल का भांग और अविर, चन्दन से हरि हर के रूप में श्रंगार कर बाबा महाकाल को भस्मी अर्पित करते हैं.
बाबा महाकाल का राजा के रूप में श्रृंगार कुमार विश्वास पहुंचे महाकाल मंदिर: मकर संक्रांति के पावन पर्व पर आज शनिवार सुबह हुई बाबा महाकाल भस्मारती में आशीर्वाद लेने प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास पहुंचे. बाबा महाकाल का पूजन अभिषेक भी मंदिर के गर्भ गृह से किया और करीब 3 घंटे का वक्त मंदिर में बिताया. कुमार विश्वास ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि वह बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने समय समय पर आते रहते हैं, क्योंकि मध्यप्रदेश के महू में अपने अपने कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है उसी में सम्मिलित होने से पहले बाबा का आशीर्वाद लिया है. उन्होंने कहा भगवान भास्कर का ये दिशा परिवर्तन देश के लिए भी परिवर्तन का दौर होगा.