उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल लोक बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने के कारण अब श्रद्धालु को और सुविधाएं मिलने जा रही है. जैसे जैसे मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होते जा रहा है वैसे वैसे सालों के लिए सुविधाएं में बढ़ती जा रही है. कुछ ऐसे श्रद्धालु रहते हैं जो भगवान महाकाल की भस्म आरती में शामिल नहीं हो पाते हैं अब ऐसे श्रद्धालुओं के लिए महाकाल प्रबंधक समिति मानसरोवर प्लाजा में एक 3डी थिएटर तैयार कर रहा है. जिसमें श्रद्धालु भगवान महाकाल की भस्म आरती, सावन की सवारी और महाकाल की होने वाली अलग-अलग आरतियों का आनंद ले सकेंगे और श्रद्धालुओं को ऐसा लगेगा जैसे स्वयं भस्म आरती में बैठे हों.
अब 3D में भगवान महाकाल की भस्म आरती का दिव्य दर्शन, उज्जैन महाकाल लोक में बनेगा थिएटर - महाकालेश्वर मंदिर 3डी थियेटर
उज्जैन में महाकाल लोक का निर्माण होने के बाद श्रद्धालुओं को जल्द ही 3डी थिएटर का आनंद मिलेगा. 3डी थिएटर में महाकाल की भस्म आरती समेत महाकाल लोक से जुड़ी कई 3डी फिल्में, सावन की सवारी और पौराणिक कथाओं को दिखाया जाएगा.
जल्द शुरू होगा थिएटर का काम:उज्जैन स्मार्ट सिटी ने महाकाल लोक में महाकाल की पौराणिक कथाओं और इतिहास को श्रद्धालुओं तक पहुंचाने के लिए भोपाल की एक कंपनी को थिएटर का ठेका दिया है. श्रद्धालुओं के द्वारा जो महाकाल की फिल्में दिखाई जाएगी उससे होने वाली कमाई में से प्रति माह 3 लाख रुपए महाकाल प्रबंधक समिति थिएटर कंपनी से लेगी. निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा और महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले भक्तों को सुविधाएं मिलना शुरू हो जाएंगी. भगवान महाकाल की प्रातः काल होने वाली भस्म आरती में यदि कोई श्रद्धालु सम्मिलित नहीं हो पाया तो वहां किसी भी समय थिएटर में बैठकर भस्म आरती का आनंद ले सकता है. सावन के महीने में भगवान महाकाल की सवारी भी दिखाई जाएगी.
भक्तों को रियल्टी का अहसास: मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि थ्री डी इफेक्ट और भक्तों को रियल्टी का अहसास दिलाने के लिए कम्पनी फिल्म का निर्माण करेगी. जिसमें महाकाल मंदिर की लेकर महाकाल की गाथा शहर के अन्य मंदिरों और सावन माह में निकलने वाले सवारी पर आधारित होगी. जिस कंपनी को थिएटर संचालित करने का ठेका दिया गया है, वह प्रायोगिक तौर पर महाकाल महालोक के त्रिवेणी मंडपम के पास बने ओपन थियेटर में पीएसओ फिल्मों का प्रदर्शन कर रही है. इसके लिए कंपनी प्रति व्यक्ति 150 से 200 रुपये शुल्क वसूल रही है. जिस कंपनी को ठेका मिला है वो कंपनी थिएटर निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट करेगी. कंपनी की ओर से मंदिर को प्रतिमाह 3 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे. यह एक प्रकार का मल्टीप्लेक्स की तरह रहेगा. हालांकि ये साफ नहीं हो पाया है कि कंपनी इसके एवज में श्रद्धालुओं से कितनी राशि वसूलेगी.