उज्जैन। 15 अगस्त के दिन उज्जैन से 50 किलोमीटर दूर नागदा तहसील में मदर मैरी स्कूल में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही थी, इसी दौरान स्कूल की संचालिका के द्वारा छात्रों को कहा गया कि वंदे मातरम, भारत माता की जय के अलावा कोई धर्म विशेष नारे नहीं लगाए जाएंगे. बावजूद इसके स्कूल के छात्रों ने जय श्री राम के नारे लगाए और फिर मारिया मैडम और अन्य शिक्षक के द्वारा बच्चों को कमरे में बंद कर डंडे से पीटने की घटना सामने आई, फिलहाल परिजनों ने नागदा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.
जय श्रीराम के नारे लगाने पर छात्रों की पिटाई:उज्जैन के नागदा में स्कूल के छात्र के साथ मारपीट की घटना को लेकर छात्र के द्वारा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. पीड़ित छात्र ने बताया कि "मैं मदर मैरी स्कूल में कक्षा 11वीं में पढ़ाई करता हूं, आज 15 अगस्त का पर्व होने से छात्रों की रैली में मेरे साथियों ने भारत माता की जय, वंदे मातरम के साथ जय श्री राम के नारे लगाए थे. इस बात पर हमारी स्कूल की प्रिंसिपल मारिया शेखावत ने बोला कि तुम स्कूल चलो, मैं बताती हूं तुम्हें. फिर हम रैली के बाद स्कूल आए तो प्रिंसिपल मैडम मुझे और मेरे दोस्त स्कूल के हॉल में ले गई, वहां प्रिंसिपल मैडम ने मुझे लोहे के पाईप से मारा. मारपीट से मुझे दाहिने हाथ की कलाई में, बाएं हाथ के अंगूठे व दाहिने तरफ पसली में चोट लगी गई. इतना ही नहीं विश्वजीत जायसवाल सर ने मेरे दोस्त को थप्पड और मुक्कों से मारा जिससे मेरे एक दोस्त के हाथों के पंजों पर और दूसरे दोस्त के जांघों पर और तीसरे दोस्त के दाहिने हाथ के पंजे पर चोट लगी."
छात्रों की पिटाई मारपीट के बाद अभद्र भाषा का प्रयोग:पीड़ित छात्र ने आगे बताया कि "मारपीट के बाद भी जब प्रिंसिपल मैडम मारिया शेखावत और विश्वजीत जायसवाल सर का मन नहीं भरा तो वे हम लोगों को मां-बहन की गालियां देकर बोले कि नारे लगाकर बताओ. इसके बाद मैं अपने घर आया और पूरी बात अपने घर वालों को बताई फिर मेरे मम्मी-पापा ने मुझे यहां रिपोर्ट कराने लाया है."