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डॉक्टर बने भगवान: triplets की बचाई जान, CMHO ने कहा- बढ़ाया मान - गंभीर प्रसव केस उज्जैन

आपने ज्यादातर सरकारी अस्पतालों के बारे में असुविधा, डॉक्टर्स की कमी जैसी कई अनियमितताओं के बारे में ही सुना होगा. लेकिन उज्जैन के सरकारी अस्पताल में आए एक क्रिटिकल केस (critical case) को डॉक्टर्स ने सफलता से handle किया. तीन नवजातों (triplets) की जान बचाई जिसके बाद उनकी चौतरफा तारीफ हो रही है.

All three newborns got new life
तीनों नवजात को मिला नया जीवनदान

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Published : Jun 19, 2021, 11:37 AM IST

उज्जैन। शहर के शासकीय चरक अस्पताल (charak hospital) से एक राहत भरी खबर सामने आई है. बता दें पिछले दिनों एक महिला ने तीन बच्चों को एक साथ जन्म दिया था. तीनों ही बच्चे काफी कमजोर पैदा हुए थे, बच्चों का वजन भी कम था इसलिए डॉक्टरों में थोड़ी चिंता बढ़ गई थी. लेकिन डॉक्टर के सफलतम प्रयास और देखरेख से आज बच्चे एकदम सुरक्षित है. जिसकी सीएमएचओ (CMHO) महावीर खंडेलवाल ने भी जमकर तारीफ की है.

CMHO ने की टीम की तारीफ

उज्जैन जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ महावीर खंडेलवाल (CMHO Mahavir Khandelwal) ने जानकारी दी कि 4 जून को चरक अस्पताल (Charak Hospital) में एक महिला ने एक साथ तीन बालिकाओं को जन्म दिया था. तीनों का वजन बेहद कम 1.2 किलो, 1.10 किलो और 1.15 किलो था. इन तीनों को जन्म के तुरंत बाद नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (Neonatal Intensive Care Unit) में भर्ती किया गया. बालिकाओं की देखभाल को लेकर डॉक्टर्स द्वारा टाइम टेबल बनाया गया. प्लान के तहत की गई तीनों बच्चियों की देखरेख के 10 दिन बाद परिणाम अच्छे आए. जिसके बाद स्वस्थ हालत में तीनों बच्चियों को डिस्चार्ज कर दिया गया. वर्तमान में भी तीनों नवजात घर पर भी स्वस्थ हैं.

रंग लाई डॉक्टर्स की मेहनत

उज्जैन जिले का चरक शासकीय भवन गर्भवती महिलाओं व बच्चों के उपचार के लिए जाना जाता है. परिजन प्रसन्न हैं और उनके लिए डॉक्टर्स किसी भगवान से कम नहीं साबित हुए. बच्चियों के पिता का कहना है कि चिकित्सकों की कोशिशों का नतीजा है कि आज बच्चे पूर्णत स्वस्थ हैं.

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