उज्जैन। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में गत 15-16 जून की रात चीन द्वारा किए गए दुस्साहस के बाद से ही देशभर में चीन के खिलाफ रोष देखने को मिल रहा है. देशभर में लोग बड़े स्तर पर चीनी सामानों का बहिष्कार कर रहे हैं. भारत सरकार ने देश की राष्ट्रीय एकता, संप्रभुता और अखंडता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला लेते हुए चीनी एप्स पर पाबंदी लगाई है. जिसके बाद भारतीय बाजारों में देसी एप की डिमांड बढ़ने लगी है. उज्जैन के अल्पाइन कॉलेज से पास आउट हुए 2 छात्राओं ने मिलकर चीन के यूसी ब्राउजर ऐप को टक्कर देने वाला हाई सिक्योरिटी ऐप वीबी ब्राउजजर ऐप बनाया है. जिसका नाम वीबी (वंदे भारत) ब्राउजर एप रखा है. इसमें किसी भी यूजर का डाटा सेव नहीं होगा, साथ ही ऐप के जरिए फेक खबरें नहीं मिलेगी सिर्फ न्यूज़ खबरें ही यूजर के पास तक पहुंचेगी.
उज्जैन के दो छात्रों ने बनाया वंदे भारत ऐप, चीनी ऐप यूसी ब्राउजर को देगा टक्कर
भारतीय बाजारों में देसी एप की डिमांड बढ़ते देख उज्जैन के अल्पाइन कॉलेज से पास आउट हुए 2 छात्राओं ने मिलकर चीन के यूसी ब्राउजर ऐप को टक्कर देने वाला हाई सिक्योरिटी ऐप वीबी ब्राउजर ऐप बनाया है. जिसका नाम वीबी (वंदे भारत) ब्राउजर एप रखा है.
उज्जैन के अल्पाइन कॉलेज से पास आउट होने के बाद राहुल और श्वेता परमार ने चीनी ब्राउजर एप यूसी ब्राउजर के भारत में सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाने के बाद उनके राहुल और श्वेता ने एक ऐप बनाने का सोचा और 2 महीने के अंदर इस ऐप को वीबी एप बंदे भारत ब्राउज़र के नाम पर बना लिया है. कुछ ही दिनों में इस ऐप के 4000 से ज्यादा यूजर भी हो गए हैं. इस उपलब्धि पर छात्रा श्वेता का कहना है कि इस ऐप में सबसे बड़ी खूबी यही है कि किसी भी यूजर का डाटा सेव नहीं होता है साथ ही न्यूज़ खबरें ही यूजर्स को मिलेगी.
इस ऐप को यूसी ब्राउजर की तरह ही बनाया गया है यूसी ब्राउजर से ज्यादा फंक्शन वीबी एप में देखने को मिलेंगे. वहीं आने वाले दिनों में वीबी एप के जरिए जो कमाई होगी उससे भारत सरकार और समाज के काम में लाया जाएगा.