उज्जैन।शहर से करीब 24 किमी दूर घट्टिया तहसील में मौजूद इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation) के बॉटलिंग प्लांट (Bottling Plant Ujjain) में गुरुवार को बड़ा हादसा हुआ. यहां एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की सफाई कर रहे दो कर्मचारियों (Two died in Ujjain) की गिरने से मौत हो गई. दोनों कर्मचारियों के गिरने के कई घंटे बाद तक दोनों को बाहर नहीं निकाला जा सका था, जिसके चलते दोनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी. वहीं करणी सेना और ग्रामीण गैस प्लांट के बाहर मौके पर पहुंच गए.
सूचना पर भेजे अधिकारी
कलेक्टर आशीष सिंह को जैसे ही घटना की जानकारी मिली वैसे ही कलेक्टर घट्टिया के एसडीएम गोविन्द दुबे को बॉटलिंग प्लांट भेजा, जिसके बाद उज्जैन से एडीएम संतोष टेगौर सहित सेफ्टी के लिए इंचार्ज टीम को भी प्लांट से रेस्क्यू करने के लिए भेजा गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि सूचना पर अधिकारियों को भेजा है.
पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजी बॉडी
फिलहाल दो लोगों का पता चला है, जो प्लांट में गैस भरने वाली ट्यूब की सफाई करने के दौरान गिर गए थे जो कि मृतकों के नाम लखनसिंह राजपूत (30 वर्ष) निवासी लाबीखेड़ी और राजेंद्रसिंह राजपूत (27 वर्ष) निवासी ग्राम जलवा थाना राघवी बताये गए हैं. अभी तक बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए जाने नहीं दिया गया है.
ग्रामीणों के साथ करणी सेना भी पहुंची
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना 27 नम्बर नेशनल हाइवे पर परिजनों के साथ मौजूद है. जहां आलाधिकारी मौके पर परिजनों को समझाइश देने की कोशिश में जुटे हैं. वहीं राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना व परिजनों की मांग है कि मृतकों की बॉडी बिना पोस्टमॉर्टम कराये परिवार को सौंपी जाए, मृतकों के परिजनों को 50 लाख मुआवजा दिया जाए, LPG प्लांट के जिम्मेवार प्रबंधन पर प्रकरण दर्ज हो और परिजनों को आजीवन पेंशन दी जाए. मांग नहीं मानने पर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश संगठन मंत्री शैलेंद्र सिंह झाला ने चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि प्रदेश की टीम ग्रामीण व परिजनों के साथ चक्का जाम किया जाएगा.
पीड़ित परिवार को दी जाएगी सहायता
मौके पर पहुंचे एडीएम संतोष टैगोर ने अधीक जानकारी देते हुए कहा कि हमे सूचना 5:30 बजे प्राप्त हुई थी. घटना दोपहर 3:30 बजे की है. इंडियन ऑयल का तहसील घट्टिया स्थित जो गैस प्लांट है. यहां दो मजदूर टैंक में गिरे हैं, जिनकी मौत हो गई है. बॉडी को निकालने के लिए हमने NDRF व प्लांट टेक्निकल टीम को सूचित किया रेस्क्यू जारी है.
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उन्होंने कहा कि प्लांट में जो इक्विपमेंट हैं. उसमें कमी है एक ऑनलाइन प्रोसेस होता है. उससे गुजरना पड़ता है. टेक्निकल समस्या की वजह से ग्रेसिम इंडस्ट्री के जानकारों की मदद भी ली जा रही है. पीड़ित परीवार को जो भी शासकीय सहायत होगी वो दी जाएगी. एक का नाम राजेन्द्र और एक का लाखन है.