उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन के चिंतामन गणेश मंदिर में मालवा अंचल के हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे. भक्त सुबह से ही मंदिर में आना शुरु हो जाते हैं. भगवान के पट खुलने के बाद उनका अभिषेक कर पूजन किया जाता है.
उज्जैन के चिंतामन गणेश में पांच बुधवार चलेगी श्रद्धालुओं की यात्रा उज्जैन के चिंतामन गणेश मंदिर में चैत्र माह की यात्रा में भक्तों की तादाद बढ़ने पर, मंदिर के बाहर दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु अपनी बारी का इंतजार करते हैं. इस दौरान गर्भगृह के बाहर से ही भगवान चिंतामन का दर्शन कराया जा रहा है.
क्योंकि चैत्र माह के दूसरे बुधवार को भगवान चिंतामन की यात्रा का दूसरा दिन है. जिसके चलते श्रद्धालु अपनी इच्छाएं लेकर चिंतामन गणेश मंदिर पहुंचते हैं. मंदिर के पंडित गणेश गुरु के मुताबिक चिंतामन भगवान की यात्रा करने से इच्छाएं पूरी होती हैं. यहां तीन रूपों में चिंतामन गणेश विराजमान हैं. पहला इच्छा मन, दूसरा मंछमन, और तीसरा चिन्तामण गणेश के रूप में विराजित है.
भगवान की चैत्र में दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. माना जाता है कि जिसके शुभ कार्य या शादी या मांगलिक कार्य जैसे कामकाज पूरे नहीं होते तो वह चिंतामन भगवान के यहां पहुंचकर मन्नतें मांगते हैं.