उज्जैन। आज के दिन तमाम ग्राथों की रचना करने वाले महार्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था. जिस वजह से देश के कई हिस्सों में आज के दिन गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है. उज्जैन के सांदीपनि आश्रम का महत्व आज इसलिए भी ज्यादा बढ़ जाता है कि क्योंकि, इसी आश्रम में भगवान श्री कृष्ण ने रहकर अपने गुरु सांदीपनि से ज्ञान की प्राप्ति की थी.
गुरू पूर्णिमा पर सांदीपनि आश्रम में नहीं हुआ श्रद्धालुओं का प्रवेश, भगवान श्रीकृष्ण ने यहां ग्रहण थी विद्या - उज्जैन न्यूज
गुरू पूर्णिमा के मौके पर उज्जैन का सांदीपनि आश्रम कोरोना संक्रमण के कारण श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया. मान्यता है की करीब 5 हजार साल पहले श्री कृष्ण, बलराम और सुदामा उज्जैन के संदीपनि आश्रम में गुरू संदीपनी से शिक्षा ग्रहण करने आये थे. जिसके बाद श्री कृष्ण ने उज्जैन के संदीपनि आश्रम में ही 64 दिन में 64 विद्या और16 कला का ज्ञान सीखा था.
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आज गुरू पूर्णिमा के अवसर पर देशभर में गुरू पूजन की परम्परा है और इसी के चलते गुरू पूर्णिमा पर श्रद्धालु गुरू सांदीपनि के आश्रम में आते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से श्रद्धालु गुरू संदीपनि सहित भगवान श्री कृष्ण, बलराम और सुदामा के दर्शन का लाभ नहीं ले पाए.
उज्जैन में गुरू पूर्णिमा पर आज सांदीपनि आश्रम में पूजन अभिषेक किया गया. ऋषि सांदीपनि, कृष्ण, बलराम और सुदामा की प्रतिमा का पंचामृत और गंगाजल से अभिषेक हुआ. मान्यता है की करीब 5 हजार साल पहले श्री कृष्ण, बलराम और सुदामा उज्जैन के संदीपनि आश्रम में गुरू संदीपनी से शिक्षा ग्रहण करने आये थे. जिसके बाद श्री कृष्ण ने उज्जैन के संदीपनि आश्रम में ही 64 दिन में 64 विद्या और16 कला का ज्ञान सिखा था.