उज्जैन। जिले में शराब की दुकानों के खुलने के बाद मंदिरों के पुजारियों ने सरकार से मांग की है, पुजारियों का कहना है कि पहले मंदिरों को खोला जाना चाहिए.
उज्जैन के वरिष्ठ ज्योतिष पंडित आनंदशंकर व्यास ने बताया कि देश कोरोना की संकट से जुझ रहा है. धार्मिक स्थान और देवालय को सरकार ने बंद कर रखा है. जबकि देशभर में शराब की दुकानें खोली जा रही हैं. ऐसे में सरकार को नकारात्मकता की बजाए सकारात्मक सोच के साथ धार्मिक स्थलों को खोल देना जाना चाहिए.
मदिरा की दुकान नहीं, मंदिरों को खोला जाना चाहिए: आनंदशंकर व्यास
मंदिरों के लिए पहचानी जाने वाली बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में मंदिरों के पुजारियों ने सरकार से मांग की है कि पहले मंदिरों को खोला जाना चाहिए.
पंडित आनंदशंकर व्यास ने बताया कि हमारा पूरा भारत आस्थावान देश है. यह सभी लोग अपने-अपने धर्म का पालन करते हैं और अपने धार्मिक स्थानों पर प्रार्थना के लिए प्रतिदिन जाते हैं. लेकिन कोरोना महामारी के चलते फिलहाल सभी धार्मिक स्थल बंद हैं, जिसके कारण लोग सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए मंदिर नहीं जा पा रहे हैं. जबकि शासन ने शराब की दुकानें खोल दी हैं, जिसका सेवन करने से लोगों में नकारात्मकता पैदा होती है. मौजूदा हालात को ध्यान में रखते हुए फिलहाल हमें सकारात्मक ऊर्जा की आवश्यकता है. जो सिर्फ मंदिर-मस्जिदों में जाकर ही मिल सकती है, बावजूद इसके लिए प्रशासन और सरकार को इस और ध्यान नहीं दे रही है. जल्द ही नियमों और सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए धार्मिक स्थलों को खोला जाना चाहिए.