उज्जैन/भोपाल। उज्जैन के 3 थाना क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे के भीतर 14 मजदूरों की मौत हो चुकी है. इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने SIT गठित करने के आदेश दिए हैं. इस पूरे मामले की जांच एडीजी स्तर के अधिकारी करेंगे. वहीं इस मामले पर पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि, सभी 11 मजदूरों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है और सभी की बॉडी से जहरीली झिंजर पाई गई है. पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच के लिए सैंपल सागर लेबोरेटरी भेजे जा रहे हैं. इसी के साथ दवा बाजार में एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी द्वारा कार्रवाई की गई है. गुप्ता सर्जिकल से स्प्रिट खरीद कर जहरीली शराब बनाई जाती थी. दुकान को सील कर दिया गया है. जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, दुकान बंद रहेगी.
जानिए पूरा मामला-
शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 11 मजदूरों की लाशें मिली थीं, जो उज्जैन में रहकर मजदूरी किया करते थे. इसके अलावा निनोरा निवासी एक अन्य बुजर्ग गोपाल मंदिर के सामने बदहवास मिला, जिसने बताया कि, कहार वाड़ी में शंकर नाम के युवक से शराब खरीदी थी. ज्यादातर मजदूर वर्ग वहीं से शराब खरीदते हैं. जिन 14 मजदूरों की मौत हुई है, उन्होंने भी पोटली शराब पी थी. जिसकी वजह से एक साथ सभी की मौत हो गई, दो लोग बेहोश हो गए. मजदूरों के परिजनों का मानना है कि, मजदूर कच्ची शराब पीने का आदी था और 20 रुपए की पोटली खरीद कर पिया करता था.
जहरीली शराब मामले की SIT करेगी जांच-
उज्जैन में जहरीली शराब पीने से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने SIT गठित करने के आदेश दिए हैं. सीएम के आदेशों के बाद अब इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है. इस पूरे मामले की जांच एडीजी स्तर के अधिकारी करेंगे. एसआईटी में एडीजी एसके झा और पुलिसमहा निरीक्षक रतलाम रेंज सुशांत सक्सेना को शामिल किया गया है.
मजदूरों की मौत पर बोले अधिकारी-
मजदूरों की संदिग्ध मौत पर कलेक्टर ने बताया कि, 14 अक्टूबर की रात्रि एवं 15 अक्टूबर की सुबह संभवत जहरीली शराब पीने से अब तक कुल 14 व्यक्तियों की संदिग्ध मौत हो चुकी है. वहीं उज्जैन एसपी मनोज सिंह ने अवैध शराब बनाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं. साथ ही खारा कुआं थाने के चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उज्जैन जिले में अवैध शराब बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है. इस पूरे मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है, जिसमें मुख्य रूप से अवैध शराब बनाने वाले सिकंदर, गबरू और यूनुस को गिरफ्तार किया गया है. सभी आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
मजदूरों की मौत से गर्मायी सियासत-