उज्जैन। सावन के आठवें और आखिरी सोमवार पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में अल सुबह 2:30 बजे मंदिर के पट खोल दिए गये. सबसे पहले बाबा महाकाल को जल चढ़ाकर दूध, घी, शहद, शक्कर व दही से पंचामृत अभिषेक किया गया. इसके बाद बाबा का भांग से श्रृंगार किया गया और भगवान महाकाल को भस्मी अर्पित की गई. वहीं, भस्म आरती के बाद बाबा का चंदन, फल व वस्त्र से विशेष श्रृंगार किया गया.
भस्म आरती में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़:इस बार श्रद्धालुओं के लिए चलित भस्म आरती के दौरान भी दर्शन की व्यवस्था की गई है, जिसमें महाकाल प्रबंधक समिति ने 40 मिनट में श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की व्यवस्था की है. वहीं, रविवार से ही लाखों श्रद्धालु उज्जैन पहुंच रहे हैं. माना जाता है कि भगवान महाकाल के दर्शन मात्र से ही सारी इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं और इसके अलावा यदि कोई श्रद्धालु सच्चे मन से भगवान महाकाल को एक बेलपत्र चढ़ाए तो उसकी इच्छाएं बाबा पूर्ण करते हैं. वहीं, उज्जैन के महाकाल मंदिर में सावन के अंतिम सोमवार पर भगवान महाकाल की भस्म आरती में सम्मिलित होने के लिए पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह भी पहुंचे.