उज्जैन। सावन के छठे सोमवार को महाकाल मंदिर में अल सुबह 2:30 बजे मंदिर के पट खोले गए. सबसे पहले बाबा महाकाल को जल चढ़ाकर दूध, घी, शहद, शकर व दही से पंचामृत अभिषेक के बाद बाबा का भांग से श्रृंगार किया. उसके बाद भगवान महाकाल को भस्मी अर्पित की गई. वहीं, भस्म आरती के बाद बाबा का चंदन, फल व वस्त्र से विशेष श्रृंगार किया. इस बार श्रद्धालुओं के लिए चलित भस्म आरती से भी दर्शन की व्यवस्था की गई है. जिसमें महाकाल प्रबंधक समिति ने 40 मिनट में श्रद्धालुओं को दर्शन की व्यवस्था की है. बता दें कि रविवार से लाखों श्रद्धालुओं का उज्जैन आना शुरू हो गया था. रविवार, सोमवार और 15 अगस्त की छुट्टी होने से लाखों संख्या में श्रद्धालुओं उज्जैन पहुंच रहे हैं.
सुलभ दर्शन के लिए चाक-चौबंद व्यवस्थाएं:श्री महाकालेश्वर मंदिर में सरल, सुगम, सुलभ दर्शन के लिए प्रशासन द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्थाएं की गई हैं, जिससे सभी श्रद्धालुओं आसानी से दर्शन हो रहे हैं. मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी ने बताया कि, ''श्री महाकालेश्वर मंदिर द्वारा दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए शीघ्र दर्शन की व्यवस्था है. जिसमें भक्त 250 रुपए प्रति श्रद्धालु भेंट राशि प्रदाय कर रसीद प्राप्त कर श्री महाकालेश्वर भगवान के शीघ्र दर्शन कर सकते हैं.''
शीघ्र दर्शन से 5 करोड़ से अधिक की भेंटराशि प्राप्त हुई:अपर कलेक्टर संदीप कुमार सोनी में बताया कि ''श्रावण माह में 1 जुलाई से 10 अगस्त तक रुपये 250/- शीघ्र दर्शन की रसीद से श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को 5 करोड़ 84 लाख 24 हजार 2 सौ 50 रुपए की आय हुई है. महाकालेश्वर मंदिर द्वारा द्वार क्रमांक 1 मंदिर प्रशासनिक कार्यालय के सामने, श्री बड़ा गणेश मन्दिर के पास अन्नक्षेत्र में, द्वार क्रमांक 04, व मानसरोवर प्रोटोकॉल कार्यालय में रुपये 250 के काउंटर लगाए गए हैं. वेबसाइट www.shrimahakaleshwar.com पर ऑनलाइन बुकिंग कर सुगमता से शीघ्र दर्शन का लाभ ले सकते हैं.''