उज्जैन। काशी महाकाल एक्सप्रेस का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया था. इस ट्रेन में भगवान शिव के लिए एक सीट आरक्षित करने के मामले में असदुद्दीन ओवैसी के ट्वीट करने के बाद संत समाज की प्रतिक्रिया सामने आई है. यहां संत समाज ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया है और देश के 12 ज्योतिर्लिंग को ट्रेन में स्थान देने की मांग की है. ओवैसी को संत समाज ने धर्म पर टिप्पणी नहीं करने की हिदायत भी दी है.
संत समाज ने ओवैसी के महाकाल एक्सप्रेस वाली ट्वीट पर दी तीखी प्रतिक्रिया, रखी ये मांग - उज्जैन न्यूज
काशी महाकाल एक्सप्रेस में शिव मंदिर बनाने के मामले में असदुद्दीन ओवैसी के ट्वीट पर उज्जैन के संत समाज ने नाराजगी जताई है और 12 ज्योतिर्लिंग के लिए सीट रिजर्व करने की मांग की है. संतों ने ओवैसी को धर्म पर टिप्पणी नहीं करने की हिदायत दी है.
काशी महाकाल एक्सप्रेस में बाबा महाकाल को स्थान देने के मामले में ओवैसी द्वारा प्रधानमंत्री पर किए गए ट्वीट के बाद अब प्रधानमंत्री के समर्थन में साधु-संत आगे आ गए हैं. औवेसी को सनातन धर्म पर टिप्पणी नहीं करने की हिदायत भी दी है. साधु-संतों ने ये भी मांग की है कि देशभर के 12 ज्योतिर्लिंगों को भी ट्रेन में इस तरह के आरक्षण प्रदान करना चाहिए.
ओवैसी के ट्वीट के बाद संत समाज ने कहा कि जिनके नाम से ट्रेन चल रही है, उन्हें स्थान आरक्षित नहीं करेंगे तो किसे करेंगे. तीन ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस के B-5 कोच में भगवान भोलेनाथ के नाम पर 64 नंबर सीट आरक्षित की गई है, ताकि ट्रेन में दर्शनार्थियों के लिए भक्ति भाव का माहौल रहेगा.