उज्जैन। महाकाल मंदिर प्रबंधन समिति, प्रशासक और अपर कलेक्टर एसएस रावत ने मंदिर की आंतरिक व्यवस्थाओं की शाखा प्रभारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की. इस बैठक में संबंधितों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए. अभी देश भर में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन और कर्फ्यू लागू है. हालांकि आगामी दिनों में कभी भी मंदिर दर्शनार्थियों के लिए खोला जा सकता है. इसके लिए मंदिर की अतिरिक्त व्यवस्थाओं की तैयारियां करने के लिए बैठक आयोजित की गई.
भक्तों को जल्द ही दर्शन देंगे बाबा महाकाल, जिला प्रशासन ने मंदिर समिति के साथ की बैठक
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भी लॉकडाउन का असर देखने को मिला, श्रद्धालुओं के लिए दर्शन व्यवस्था बंद कर दी गई है. हालांकि आने वाले समय में कभी भी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोला जा सकता है. इसलिए आंतरिक व्यवस्थाओं की समीक्षा कर सम्बंधितों को निर्देशित किया गया.
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लगने से 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए दर्शन व्यवस्था बंद कर दी गई है, ताकि भीड़ की स्थिति निर्मित हो सके. लॉकडाउन होने की वजह से कोई भी बाहरी व्यक्ति मंदिर में दर्शन के लिए ना आ पाए, इसके लिए कंट्रोल रूम से सतत निगरानी रखी जायगी. बैठक में नि:शुल्क सुरक्षा, अन्य क्षेत्र से निर्धन और गरीब परिवारों के लिए खाद्य सामग्री के पैकेट, एंबुलेंस, शव वाहन, साफ-सफाई जैसे बिंदुओं पर समीक्षा की गई. अपर कलेक्टर ने मंदिर में नियमित होने वाली आरती के बारे में भी मंदिर कर्मचारियों से चर्चा की. इस मौके पर सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासक अधिकारी आरके तिवारी, प्लाटून कमांडर सुरक्षा प्रभारी रवि यादव मौजूद रहे.