उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में नए साल की शुरूआत के साथ ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. यही कारण है कि दर्शनार्थी भी हर संभव प्रयास और जुगाड़ में लगे रहते हैं, जिसका फायदा उठाकर श्रद्धालुओं को ठगा जा रहा है. एकबार फिर दर्शन के नाम पर भक्त को ठगा गया और 100 रुपए की टिकट 250 में थमा दी गई. इस मामले में पुरोहित प्रतिनिधि को निलंबित किया गया है (ujjain mahakal news).
दर्शन के नाम पर ठगी! पंडित ने 250 में काटी 100 की रसीद, महाकाल मंदिर प्रशासक ने किया निलंबित - एमपी लेटेस्ट न्यूज
उज्जैन महाकाल मंदिर के पुरोहित प्रतिनिधि तिलक व्यास को मंदिर प्रशासक ने निलंबित कर दिया है (ujjain mahakal news). पुरोहित प्रतिनिधि पर 100 रुपए का टिकट 250 में बेचने का आरोप था. वहीं पकड़े जाने पर आरोपी पंडित पैसा वापस करने लगा, लेकिन मंदिर के नियमानुसार उनपर कार्रवाई की गई.
एक हफ्ते में ठगी का तीसरा मामला ( Cheating in name of Darshan)
महाकाल मंदिर प्रशासन ने दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं को ठगने के मामले में एक हफ्ते में तीसरी कार्रवाई की है. दरअसल सोमवार को जबलपुर से दर्शन करने आये श्रद्धालुओं से 250 रुपए प्रति व्यक्ति के नाम से पुरोहित प्रतिनिधि ने ले लिए. जांच में पैसा लिए जाने की बात सही पाए जाने पर महाकलेश्वर मंदिर प्रशासक ने पुरोहित प्रतिनिधि को निलंबित कर दिया।
पुरोहित प्रतिनिधि निलंबित
उज्जैन महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि उज्जैन 3 जनवरी को सुरेंद्र राजोरिया और उनकी पत्नी रजनी राजोरिया जबलपुर से महाकाल मंदिर में दर्शन करने आये थे. दर्शन के लिए राजोरिया से महाकाल मंदिर के पुरोहित प्रतिनिधि तिलक व्यास ने प्रति व्यक्ति के हिसाब से 250 ले लिए और 100 रुपए प्रोटोकॉल की रसीद कटवा दी, साथ ही 100 रुपए वाली टिकट भी श्रद्धालुओं को नहीं दी. दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को शक होने पर उन्होंने मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ से शिकायत कर दी. इसके बाद तिलक व्यास ने शेष राशि 150 रुपए के हिसाब से श्रद्धालुओं को लौटा दिए. गणेश धाकड़ ने बताया कि तिलक व्यास पुरोहित प्रतिनिधि ने अधिक रुपए लेकर दर्शन कराये हैं जिस पर महाकालेश्वर मंदिर की धारा 1982 (2 ) के अंतर्गत मंदिर की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है, जिसके बाद पुरोहित प्रतिनिधि पद से निलंबित किया गया (priestly representative of ujjain mahakal temple suspended).