उज्जैन। महाकाल थाना पुलिस ने नकली डीएसपी का पर्दाफाश किया है. जो पुलिस ट्रेनिंग स्कूल की महिला पुलिस कर्मियों से डीएसपी का रौब दिखाकर उनसे पैसे ऐंठता था. आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत पर मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
उज्जैन: नहीं हुआ सेलेक्शन, तो वर्दी पहन कर बन गया फर्जी डीएसपी, अपने ही दोस्तों को बनाया ठगी का शिकार - sub inspector pays
उज्जैन की महाकाल थाना पुलिस ने नकली डीएसपी बनकर लोगों से पैसे एंठने वाले युवक को गिरफ्तार किया है. जो पुलिस ट्रेनिंग स्कूल की महिला पुलिसकर्मियों से डीएसपी का रौब दिखाकर पैसे ऐंठने का काम करता था.
उज्जैन सीएसपी हंसराज सिंह ने बताया कि आरोपी मनीष शर्मा मूल से ग्वालियर का रहने वाला है. आरोपी पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था, इसी दौरान आरोपी अपने दोस्तों के संपर्क में आएं. जिसमें कुछ लोगों का सेलेक्शन पुलिस में हो गया, जबकि आरोपी का नहीं हो पाया. आरोपी ने उज्जैन में पदस्थ एक दोस्त से संर्पक किया और उसे बताया कि मेरा सेलेक्शन हो गया है. इसके साथ ही आरोपी ने कई और लोगों से दोस्ती बढ़ाई. आरोपी ने अपनी पोस्ट सब इंस्पेक्टर बताई. इस बहानें से आरोपी अपने दोस्तों से पैसों का लेनदेन करने लगा. आरोपी ने महिला आरक्षकों से कुल 82 हजार रुपये लिये.
महिला दोस्तों को आरोपी पर शक हुआ, तो उन्होंने इनकी पोस्ट की जानकारी की. जब आरोपी को वर्दी में पकड़ा गया तो उसने पूछताछ में फर्जी डीएसपी बनने की बात स्वीकार करने हुए अपना गुनाह कबूल कर लिया.