उज्जैन।शहर के थाना नागझिरी क्षेत्र अंतर्गत देवास रोड स्थित उद्योगपुरी में शुक्रवार शाम पोहा फैक्ट्री में शार्ट सर्किट से अचानक आग लग गई थी. आग के चलते फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर बुरी तरह झुलस गए थे. वहीं 3 महिला मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शवों को निवास स्थान पर लाया गया तो देवास मार्ग पर फैक्ट्री के पास पंचायत प्रेस चौराहे पर परिजनों व लोगों ने सड़क जाम कर दिया. मुआवजे व संचालक पर कार्रवाई की मांग को लेकर चक्का जाम किया और 1 घण्टे तक मांग पर अड़े रहे.Ujjain Fire News, People blocked road after the fire incident, fire incident at Poha factory in Ujjain,3 women dead in fire
Ujjain Fire News मुआवजे की मांग को लेकर लोगों ने किया रोड जाम, पोहा फैक्ट्री में आग लगने से 3 महिलाओं की हुई मौत
उज्जैन में शुक्रवार को पोहा फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई थी, घटना में तीन महिलाओं की मौत हो गई थी, जबकि कुछ झुलस गए थे. वहीं 6 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया गया था. वहीं आज मृत मजदूरों के परिजनों और लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर रोड जाम कर दिया.Ujjain Fire News, People blocked road after the fire incident, fire incident at Poha factory in Ujjain,3 women dead in fire
4-4 लाख मुआवजा देने की बात: मौके पर पहुंचे एसडीएम सीएसपी स्तर के अधिकारी ने आश्वासन दिया और 4-4 लाख मुआवजे की राशि स्वीकृत कर देने की बात कही. जिसमें 2-2 लाख नगद और 2-2 लाख राज्य शासन से स्वीकृत होते ही दिया जाना कहा. वहीं सीएसपी ने बताया संचालक के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, जांच जारी है. इस मामले में कलेक्टर ने 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है, सीएम ने भी ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है.
कैसे हुआ हादसा: दरअसल शाम 6 बजे करीब पोहा फैक्ट्री में पोहा बनाने की जो विधि है, चावल के दानों को छीलकर और फिर उन्हें उबालकर या 45 से 50 मिनट के लिए गर्म पानी में भिगोकर, सुखाने की प्रक्रिया अपनाई जाती है, भुना जाता है, और आमतौर पर पतली, मध्यम और मोटी किस्मों में पोहा आता है मुख्य भूमिका बायलर की भी होती है, जब मजदूर महिलाएं काम कर रही थीं तब अचानक बायलर के ऊपर से जा रही हइवोल्टेज की केबल में शार्ट सर्किट हुआ. केबल में आग लगने से मजदूर झुलस गए. अन्य मजुदरो ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई. हालांकि घटना में तीन महिला मजदूरों की मौत हो गई.