उज्जैन। माधवनगर अस्पताल से प्रशासन की पोल खोलता वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कोविड के गंभीर मरीजों को ओपीडी में ही भर्ती कर फर्श पर लेटाया जा रहा है, तो किसी को कुर्सी पर बैठाकर इलाज दिया जा रहा है. उन्हें वहीं पर ऑक्सीजन भी दिया जा रहा है. ऐसे एक-दो नहीं बल्कि कुल 6 मरीज हैं. अब ये हाल संभाग के माधवनगर अस्पताल में उस वक्त है, जब एक दिन पहले ही उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने अस्पताल का निरीक्षण किया था. सभी सुविधा देने के दावे किए थे. हालांकि, इस मामले में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर्स ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है.
किसी को फर्श पर लेटाकर तो किसी को कुर्सी पर बैठाकर किया जा रहा है इलाज - उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर मोहन यादव
माधवनगर अस्पताल में लापरवाही का आलम ये है कि किसी को फर्श पर लेटाकर तो किसी को कुर्सी पर बैठाकर इलाज दिया जा रहा है. इन सब के बाद भी कोई जिम्मेदार जवाब देने को तैयार नहीं है.
ये सिस्टम का फेलियर है
कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ते जा रहा है. आज ही शहर में संक्रमित के सारे आंकड़े ध्वस्त हो गए. बीती रात आए कोरोना बुलेटिन में 317 कोरोना मरीनों की पुष्टि हुई थी. इसके बावजूद भी जिम्मेदार लाखों दावे कर रहे हैं कि अस्पतालों में न तो बेड और ने ही ऑक्सीजन की कमी होने दी जाएगी, लेकिन अस्पताल के कोरोना वार्ड अभी फूल हो चुके हैं. अस्पतालों में कहीं भी जगह नहीं है. ओपीडी में 6 मरीजों को भर्ती कर लिया गया, जबकि माधवनगर अस्पताल में पहले से ही 135 मरीज भर्ती हैं. बड़ा सवाल यह है कि दावे लगातार धरातल पर है, जैसे कि इन मरीजों को भी फर्श पर लेटा दिया गया.
PPE किट पहनकर उज्जैन कलेक्टर ने किया कोविड अस्पताल का निरीक्षण
ओपीडी में संक्रमित का इलाज, बड़ी लापरवाही
माधवनगर अस्पताल में रोजाना ओपीडी में करीब 200 मरीज सर्दी या फिर खांसी के इलाज के लिए आ रहे हैं. इनमें कुछ कोरोना संक्रमित भी होते हैं, लेकिन ओपीडी में जिन छह मरीजों को भर्ती किया गया है, उनकी जांच रिपोर्ट अभी आई नहीं है.