उज्जैन। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में तेजी से कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है. ऐसे में मरीजों की संख्या 2000 के आकंड़े को पार कर चुकी है और रोजाना ही बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज निकल रहे हैं. ऐसे में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने अब शहर के विभिन्न अस्पतालों में गुजरात से ऑक्सीजन उज्जैन मंगाई जा रही है.
उज्जैन: गुजरात से मंगाई जा रही ऑक्सीजन, कमी पड़ने पर लिया फैसला - गुजरात से मंगाई जा रही ऑक्सीजन
कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग और कलेक्टर ने अब शहर के विभिन्न अस्पतालों में गुजरात से उज्जैन के लिए ऑक्सीजन मंगाई जा रही है.
कोरोना महामारी की चपेट में आए हजारों लोगों के लिए अब शहर में ऑक्सीजन की किल्लत देखने को मिल रही है. ऐसे में यहां एक तरफ कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है तो वहीं ऑक्सीजन की खपत भी बढ़ने लगी है. हालात ऐसे हो गए हैं कि जितनी मांग ऑक्सीजन की है, उतनी पूर्ति भी नहीं हो पा रही है. जिसको देखते हुए उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने उज्जैन के माधव नगर अस्पताल, आरडी गार्डी अस्पताल, देवास का अमलतास अस्पताल में ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए अब गुजरात के कुछ विक्रेताओं से संपर्क किया है और जल्द ही उज्जैन के अन्य अस्पतालों में गुजरात से मंगाई ऑक्सीजन से आपूर्ति की जाएगी.
इधर प्राइवेट अस्पतालों को भी कोरोना महामारी रोकथाम के लिए निर्धारित किया गया है, ताकि महामारी से पीड़ित कुछ मरीज प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज करा सकें. यदि आने वाले समय में प्रशासन ऑक्सीजन की पूर्ति नहीं कर पाता है तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है.