उज्जैन। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अशासकीय सदस्य दीपक मित्तल को समिति के प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी ने पद से हटाने व दंडात्मक कार्रवाई का नोटिस जारी किया गया, साथ ही उन्हें जल्द ही जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया था. उन्होंने आज अपना जवाब प्रशासन को भेज दिया है. दीपक मित्तल पर आरोप है कि, बुधवार को कांग्रेस नेताओं को कमलनाथ के जन्मदिन के मौके पर मंदिर में बिना अनुमति प्रवेश दिया. दीपक मित्तल ने मंदिर की धर्मशाला वाले वीवीआईपी गेट से कांग्रेस के नेताओं को बिना अनुमति प्रवेश कराया था.
दो नोटिस जारी
प्रशासन ने मित्तल को मंदिर समिति सदस्य पद से हटाने और दंडात्मक कार्रवाई के दो नोटिस जारी किए हैं. जिसमें उन्हें चेतावनी दी गई है कि, जवाब नहीं आने पर एक पक्षीय कार्रवाई होगी. हालांकि इस मामले में उन्होंने अपना जवाब भेज दिया है. उन्होंने अपने जवाब में क्या स्पष्टीकरण दिया है, इस बारे में जानकारी नहीं लग पाई है.
क्या कहा गया था नोटिस में ?
नोटिस में प्रशासक ने कहा, 'मित्तल का कृत्य महाकाल मंदिर अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है'. दूसरे नोटिस में लिखा है, 'इस अवचार के लिए क्यों न आपको मंदिर समिति सदस्य पद से हटाने का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा जाए'.