उज्जैन। दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के करीबी कहे जाने वाले पूर्व विधायक और उज्जैन के एम.आई.टी कॉलेज के संस्थापक (MIT Collage Ujjain)ने अपने ही बड़े बेटे पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल 88 वर्षीय पूर्व विधायक महावीर प्रसाद वशिष्ठ ने बेटे पर शिक्षा के क्षेत्र की आड़ में बच्चों की फीस के गबन, भ्रष्टाचार में लिप्त व कई अवैधानिक कार्य करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके अलावा पूर्व विधायक ने बेटे के भ्रष्टाचार की शिकायत मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से करने की बातच कही है. पूर्व विधायक का कहना है कि, "शिक्षा के क्षेत्र में सेवा करने के लिए मैंने आज से 22 वर्ष पहले एक शैक्षणिक संस्था शुरू की, जिससे गरीब बच्चों को शहर के बाहर पढ़ने ना जाना पड़े और ये बड़ी जिम्मेवारी मैने बड़े बेटे को सौंपी, लेकिन सेवा की आड़ में बड़ा बेटा भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुका है."
बेटे पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप: पूर्व विधायक ने बेटे पर आरोप लगाते हुए कहा कि, "संस्थान में जो सामग्री है नहीं उसे भी दिखा कर पैसे निकाल लिए. संस्था में फर्नीचर, कंप्यूटर व कई ऐसे सामान हैं, जिसका बिल बनाकर पैसा निकाला गया है. कॉलेज के अलग-अलग संकायों में हजारों विद्यार्थियों की फीस लेकर भ्रष्टाचार किया गया. शिक्षकों को अधिक वेतन पर रखने के बाद उनसे ही बाकी राशि ले ली. कॉलेज में कार्य करने वाली महिला लिपिक अब डायरेक्टर अकॉउंट बन गई है, करोड़ों का व्यवसाय कर लिया, या कहें कि करोड़ों की राशि भी इस बड़े भ्रष्टाचार व अनियमितताओं में कम है."