उज्जैन। उज्जैन में तेजी से कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है. ऐसे में नागदा-खाचरौद क्षेत्र से विधायक दिलीप सिंह गुर्जर ने मास्क मांटने का फैसला लिया, उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में विधायक निधि से डेढ़ लाख मास्क बांटने का प्रस्ताव भी शासन का सौंपा था, लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी उनके प्रस्ताव पर शासन ने स्वीकृति नहीं दी है, जबकि शासन संक्रमण से बचाव के लिए 'एक मास्क अनेक जिंदगी' कार्यक्रम चला रहा है.
लोगों को मास्क बांटने की प्रशासन ने नहीं दी स्वीकृति: विधायक दिलीप सिंह गुर्जर - नागदा खाचरौद क्षेत्र
नागदा-खाचरौद से कांग्रेस विधायक दिलीप सिंह गुर्जर ने शासन-प्रशासन के रवैए पर सवाल खड़े किए हैं. कोरोना काल में आम जनता को बांटने के लिए उन्होंने 1 लाख 50 हजार मास्क विधायक विकास निधि से खरीदने की अनुशंसा की थी, जिसे दो महीने के बाद भी स्वीकृति नहीं मिली है. पढ़िए पूरी खबर.
प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं मिलने पर उन्होंने प्रशासन की दोहरी नीति पर सवाल खड़े किए हैं और कहा कि, एक तरफ मास्क नहीं पहनने वालों से जुर्माना वसूला जा रहा है, जबकि दूसरी तरफ मास्क बांटने के प्रस्ताव को शासन स्वीकृत नहीं कर रहा है. विधायक ने बताया कि, 12 जून को उन्होंने आम जनता को बांटने के लिए 1 लाख 50 हजार मास्क विधायक विकास निधि से खरीदने की अनुशंसा की थी, जिस पर 4 लाख 90 हजार 544 रुपए का खर्च था. इसके बाद 1 जुलाई को मास्क खरीदी की अनुमति प्रदान करने संबंधी पत्र भी आयुक्त आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय भोपाल को भेजा था, लेकिन अब तक स्वीकृति प्रदान नहीं की गई है.
दिलीप सिंह गुर्जर ने आरोप लगाया कि, सिर्फ डॉक्टरों एवं चिकित्साकर्मियों के लिए फेस मास्क और सैनिटाइजर खरीदी के निर्देश हैं, जबकि गरीब आमजनता को इसकी आवश्यकता है. लिहाजा उन्होंने शीघ्र स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया है.