उज्जैन। हर-हर महादेव, बम-बम भोले के उद्घोष से गूंज रहा है पूरा उज्जैन. वह इसलिए क्योंकि यह महाकाल की नगरी है. दक्षिणेश्वर शिवलिंग महाकालेश्वर में आज महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के साथ-साथ अभिषेक करने के लिए लंबी कतार लगाए खड़े हुए हैं. वहीं दूसरी ओर इस महापर्व पर बड़े-बड़े वीआईपी भी महाकाल का आशीर्वाद लेने से नहीं चूक रहे हैं. मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी श्री महाकाल का आशीर्वाद लिया.
Ujjain Mahakal: उमा भारती पहुंचीं महाकाल के दरबार, पूजा-अर्चना के साथ किया अभिषेक
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर महाकाल की नगरी उज्जैन आज प्रातःकाल से ही हर-हर, बम-बम और जय महादेव के गगनभेदी उद्घोष से गुंजायमान है. इसी पर्व पर एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी श्री महाकाल का आशीर्वाद लेने पहुंचीं थीं.
उमा भारती ने श्रद्धालुओं के दर्शन का भी ध्यान रखाःपूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती प्रत्येक बार की तरह इस बार भी भगवान शिव का आशीर्वाद लेने पहुंचीं थीं. उन्होंने सर्वप्रथम महाकाल के गर्भगृह में पहुंचकर पूजा-अर्चना के साथ शिवलिंग का अभिषेक किया. इसके बाद उन्होंने नंदी हाल में बाहर बैठकर भगवान महाकाल ध्यान लगाया और मंत्र जाप किया. गर्भगृह में प्रवेश के दौरान और पूजा अभिषेक के दौरान उमा भारती ने इस बात का भी ध्यान रखा कि बाहर लाखों की तादात में दर्शन के लिए खड़े श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो. इसलिए उन्होंने अपने साथ गर्भगृह में प्रवेश कर रहे सुरक्षा गार्डों को अंदर आने से रोक दिया और साथ ही यह भी हिदायत दी वह शिवलिंग के सामने से हट जाएं ताकि दूर से दर्शन कर रहे भक्तों को किसी प्रकार की अड़चन न हो.
हरबार इस पर्व पर लेतीं हैं महाकाल का आशीर्वादः महाशिवरात्रि पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. देश के प्रमुख ज्योर्तिलिंग में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भी लाखों श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है. इसी बीच वीआईपी भी भगवान महाकाल के दर्शन को पहुंच रहे हैं. उमा भारती काफी देर तक मंदिर में भगवान महाकाल का ध्यान लगाकर बैठी रही और भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया. उमा भारती हर बार महाशिवरात्रि और नाग पंचमी पर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेना नहीं भूलती हैंं. वह महाकाल मंदिर पहुंचकर भगवान का पूरे विधि-विधान से पूजन पाठ करती हैं. वैसे राजनीतिक लिहाज से देखा जाए इस समय भाजपा में उनकी पकड़ ढीली होती जा रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी जनता के सामने तो उनका बड़ा सम्मान करते हैं लेकिन उनके किसी काम या सलाह पर गंभीरता से ध्यान नहीं देते.